नई दिल्ली (शौर्य यादव): आज दिल्ली के विज्ञान भवन में चुनाव आयोग ने आगामी बिहार विधानसभा चुनावों (Bihar Election) का बिगुल फूंक दिया। चुनाव आयोग काफी पहले ही ये स्पष्ट कर दिया था कि 29 नवंबर तक बिहार विधानसभा चुनाव सहित सारे उपचुनाव (Bye election) संपन्न किये जायेगें। चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के कोविड गाइडलाइन के अनुपालन पर विशेष जोर दिया। ऐसे में बिहार कोरोना काल के दौरान चुनावी समर में उतरने वाला देश का पहला राज्य बन गया है। चुनाव आयोग द्वारा जारी नयी गाइडलाइन के मुताबिक नामाकंन के समय दो से ज्यादा लोग नामाकंन प्रक्रिया में शामिल नहीं होगें। डोर-टू-डोर कैंपेन (Door-to-door campaign) के दौरान पांच से ज़्यादा लोग चुनावी प्रचार नहीं कर पायेगें। रोड शो में सिर्फ पांच ही वाहनों को शामिल करने की अनुमति होगी। इसके साथ ही ईवीएम मशीन पर वोटिंग करने के लिए मतदाताओं को गलव्स भी उपलब्ध करवाये जायेगें। वायरस संक्रमण से जूझ रहे वोटरों के लिए चुनाव आयोग अलग से व्यवस्था करेगा।
चुनाव आयोग की प्रेस वार्ता की अहम् बातें
- मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा नए सुरक्षा मानकों के अन्तर्गत होंगे बिहार विधानसभा चुनाव। मतदाता को बुखार या संक्रमण के लक्षण होने पर पोलिंग स्टेशन पर ही रोक दिया जाएगा। संक्रमित लोग अंतिम घंटों में मतदान कर सकेगें।
- कोरोना महामारी के दौरान यह दुनिया का सबसे बड़ा चुनाव होगा। भले ही चुनाव जरूर कोरोना महामारी के दौरान हो रहे लेकिन चुनाव नागरिकों को लोकतांत्रिक अधिकार है। इसके लिए पुख्ता इंतज़ाम चुनाव आयोग करेगा।
- महामारी के मद्देनज़र चुनाव के दौरान 46 लाख मास्क और 6 लाख फेस शील्ड, 46 लाख मास्क और 7 लाख हैंड सैनिटाइजर का इंतजाम किया गया है। साथ ही एक बूथ पर मात्र एक हजार मतदान की व्यवस्था एहतियातन की जा रही है।
- मतदान समय को एक घंटा बढ़ाया जायेगा। अब सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान होंगे। फिलहाल सूबे में 7 करोड़ 79 लाख मतदाता है जिनमें महिला मतदाता 3 करोड़ 39 लाख महिलायें और पुरुष मतदाता 3 करोड़ 79 शामिल है।
- महामारी को देखते हुए चुनाव के प्रचार में भी प्रतिबंध लगाए गए हैं। जिसके अन्तर्गत पांच से ज्यादा लोग घरों में जाकर प्रचार नहीं कर सकेंगे। नामांकन दाखिल करने की सेवायें ऑनलाइन उपलब्ध रहेगी लेकिन इसका प्रिंटआउट चुनाव आयोग तक पहुंचाना होगा।
- इलेक्शन कैंपेन के दौरान प्रत्याशियों और उनके समर्थकों को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना जरूरी होगा। सभी मतदान केंद्र ग्राउंड फ्लोर पर होगें।
- चुनावी प्रचार के दौरान सोशल मीडिया का गलत इस्तेमाल करने वाली लोगों पर सख़्त कार्रवाई की जायेगी। जिन प्रत्याशियों के खिलाफ किसी तरह का आपराधिक मामला दर्ज है उन्हें सुप्रीम कोर्ट के निर्देशों का पालन करना होगा। अपराधिक पृष्ठभूमि की जानकारी सार्वजनिक करनी होगी। चुनावी प्रक्रिया के दौरान सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को भी चुनाव नियमों को ध्यान में रखना जरूरी होगा।
- सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स से उम्मीद की जाती है कि वे अपने प्लेटफ़ॉर्म के दुरुपयोग के खिलाफ सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम करें और ऐसे मुद्दों को उठाने के लिए सख्त प्रोटोकॉल तैयार करें।
- बिहार विधानसभा चुनावों को तीन फेज में संपन्न करवाया जायेगा। पहले चरण के अन्तर्गत 71 सीटों पर, 16 जिलों में चुनाव होंगे। दूसरे के तहत में 94 विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे, 17 जिलों में मतदान होंगे। तीसरे चरण में 15 जिलों की 78 सीटों पर मतदान होंगे। 10 नवंबर को चुनावी परिणाम घोषित कर दिये जायेगें।
- बिहार विधानसभा चुनावों का पहल चरण 28 अक्टूबर को, दूसरे चरण 3 नवंबर को और अन्तिम चरण 7 नवंबर को संपन्न करवाया जायेगा।