श्रीनगर (शौर्य यादव): श्रीनगर के होकारसर इलाके में देर रात से खब़र लिखे जाने तक आर्म्ड फोर्सेस और दहशतगर्तों के बीच मुठभेड़ (Encounter) जारी है। जिसमें एक आंतकी को ढ़ेर किया जा चुका है। सुरक्षाबलों ने दूसरे आंतकी की निशानदेही पास ही के एक मकान में की है। इस बीच मौके पर मौजूद आर्म्ड फोर्सेस कमांडर (Armed Forces Commander) ने आंतकियों से आत्मसमर्पण करने को कहा, जिसके लिए उसने मना कर दिया। जिसके बाद सुरक्षाबलों ने इलाके की मजबूत घेरेबंदी कर दी। जवानों की अतिरिक्त टीम को इलाके में कॉम्बिंग ऑप्रेशन के लिए तैनात कर दिया है।
जिस इलाके में सैन्य कार्रवाई की जा रही है, वो मध्य कश्मीर के संवेदनशील इलाकों में से एक है। सुरक्षाबलों ने आंतकियों की निशानदेही (Terror spot) बीते मंगलवार शाम को ही कर ली थी, रात में अंधेरा होने के चलते ऑप्रेशन को सुबह उजाला निकलने तक टाल दिया गया। सूरज की पहली रोशनी के साथ जवानों ने एक फिर से मोर्चा संभाल लिया, और आंतकी से आत्मसमर्पण करने की अपील की। जब वो लोग नहीं माने तो दोनों तरफ से गोलीबारी का दौर शुरू हो गया।
सूत्रों के मुताबिक आंतकियों से लोहा लेने के लिए स्पेशल ऑप्रेशन ग्रुप, 2 राष्ट्रीय राइफल्स (2 Rashtriya Rifles) और सीआरपीएफ की जवानों की ज़्वॉइंट टीम बनायी गयी है। इस दौरान दोनों ओर से रातभर रूक-रूककर गोलीबारी होती रही। अंधेरे का फायदा उठाकर आंतकी भाग ना निकले, इसके लिए विशेष दस्ते ने मजबूत घेरेबंदी की। ऑप्रेशन में जरा सी ढील भी दी गयी, ताकि इससे आम नागरिकों को कोई नुकसान पहुँचे। ज़्वॉइंट टीम ने वक्त रहते इलाकों को भी खाली करवाया। ऑप्रेशन के दौरान आंतकियों सुरक्षाबलों पर स्वचालित हथियारों का इस्तेमाल किया। एनकाउंटर के कारण श्रीनगर-बारामूला नेशनल हाइवे पर ट्रैफिक बुरी तरह प्रभावित रहा। इसके साथ ही ट्रैफिक डायवर्जन (Traffic diversion) भी लगाया गया। फिलहाल इस बात का खुलासा नहीं हो पाया है कि आंतकी किस गुट के है?