न्यूज़ डेस्क (एकता सहगल): जनपद में अपराध एवं अपराधियों की रोकथाम हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा (Etawah) आकाश तोमर द्वारा चलाये जा रहे अभियान के क्रम में थाना फ्रेंड्स कालोनी पुलिस और एसओजी (SoG) की ज्वॉइंट टीम ने एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया। जो ऑटो में बैठी सवारियों से छीनाझपटी करने की वारदात में लंबे समय से काफी सक्रिय था। गिरोह के लोगों ने आसपास के 5 जिलों में भारी उत्पात मचा रखा था।
गिरफ्तारी के बाद हुई तलाशी में इनके पास से लूट का माल, नशीला पाउडर, अवैध असलहा और वारदात में इस्तेमाल होने वाली कार और ऑटो की बरामदगी हुई। अभियुक्तों की हिरासत में लेने की पुलिसिया सरगर्मी बीते 23 फरवरी से शुरू हुई। थाना फ्रेंड्स कालोनी के अन्तर्गत स्नैचिंग की शिकायत (Snatching Complaint) मिली। जहां ऑटो में बैठी महिला की सोने की चैन लूट ली गयी। उसी दिन से ये गिरोह एसएसपी तोमर की निगाहों में आ गया। जिसके बाद एसएसपी की खास ब्रीफिंग के बाद दो टीमों को इस गिरोह के पीछे लगा दिया गया।
अपराधियों के धरपकड़ के लिए मुखबिर तन्त्र और इलैक्ट्रॉनिक सर्विलांस को सक्रिय कर दिया गया। जिसके बाद इनसे जुड़ी खब़रे, इनपुट्स और निशानदेही की कवायदों में तेजी देखी गयी। पुख्ता एविडेंस (Strong evidence) मिलने के बाद खुफ़िया सूचना के आधार पर अपराधियों के लिए एसओजी और प्रभारी निरीक्षक थाना फ्रेंड्स कालोनी की अगुवाई वाली टीम ने एम्बुशिंग की कार्रवाई को अज़ाम दिया। जिसमें इस गिरोह के सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़ गये। इस कवायद के दौरान पांच अपराधियों को हिरासत में लिया गया।
इन सभी की गिरफ्तारी आईटीआई चौराहे के पास की गयी। इस दौरान लूट में इस्तेमाल होने वाली कार और ऑटो को सीज़ करके संतरी की देखरेख में मालखाने में जमा करवा दिया गया। आरोपियों ने इकबालियां बयान में कई वारदातों में अपना हाथ होने की बात कबूली है। पकड़े गये सभी पांच आरोपी आदतन अपराधी प्रवृत्ति के है। जिनके खिलाफ पहले से ही कई संगीन मामले जिले में दर्ज है। जिसकी पुष्टि अपराधिक रिकॉर्ड में इनकी नामज़दगी से हुई है।
इनके खिलाफ इंडियन एविडेंस एक्ट की धारा 295, 379, 392, 398 और 401 के तहत पहले भी कई मामले चल रहे है। पकड़े गये आरोपियों का नाम देवेन्द्र कुमार, सचिन वर्मा, खुशीराम, बृजकिशोर, और राजा गुप्ता उर्फ गोलू बताया जा रहा है। इनके पास से 19750/- रूपये नगद (महिला की चैन की बिक्री के रूपये), 240 ग्राम नशीला पाउडर अल्प्राजोलम, दो अवैध चाकू, 315 बोर के दो अवैध तमंचें, 4 जिंदा कारतूस, वारदात में इस्तेमाल ऑटो नम्बर UP 83 AT 2338, एक ऑटो बिना नम्बर, मारूति इको कार नंबर UP 80 CA 4540 की बरामदगी की गयी है।
अपराधियों के धरपकड़ के लिए पहली टीम की अगुवाई उपरनिरीक्षक, प्रभारी एसओजी सत्येन्द्र सिंह यादव ने की। साथ ही दूसरी पुलिस टीम की कमान अनिल कुमार चौबे प्रभारी निरीक्षक थाना फ्रेंड्स कालोनी ने संभाल रखी थी। पकड़े गये अभियुक्त का लंबा अपराधिक इतिहास रहा है। इन आरोपियों पर कई क्रिमिनल्स केस दर्ज है। अभियुक्त सीएलए एक्ट, गुण्डा एक्ट, इंडियन पीनल कोड, आर्म्स एक्ट, गैगस्टर एक्ट और सीआरपीसी की कई धाराओं में आरोपी है।