स्पोर्ट्स डेस्क (नई दिल्ली): Euro Cup – अगर आप जानना चाहते हैं कि फ़ुटबॉल (Football) पिच पर किसी टीम का सबसे महत्वपूर्ण खिलाड़ी कौन-सा है तो आपको 10 नम्बर की जर्सी की तलाश करनी चाहिये। बहुत मुमकिन है आपको वो खिलाड़ी इसी नम्बर की जर्सी पहने मिले। फ़ुटबॉल में अटैकिंग मिडफ़ील्डर 10 नम्बर की जर्सी पहनता है और रचनात्मकता का केंद्र यही सेंट्रल मिडफ़ील्ड होती है, जहाँ से खेल की गति भी तय होती है और गोल्स की जेनेसिस भी रची जाती है। फ़ुटबॉल के इतिहास के अनेक महान खिलाड़ियों ने 10 नम्बर की जर्सी पहनी है, जैसे- पेले, मारादोना, रोनाल्डीनियो, ज़िदान, और हाल के सालों में- मेस्सी, तोत्ती, नेमार, हाज़ार।
क्रोएशिया (Croatia) के कप्तान लुका मोद्रिच भी 10 नम्बर की जर्सी पहनते हैं। बीती रात (22 जून 2021) खेले गये मुक़ाबले में अपनी टीम को दूसरे राउंड के लिये क्वालिफ़ाई कराने में उन्होंने केंद्रीय भूमिका निभाई। उन्होंने एक गोल और एक असिस्ट किया। मोद्रिच रीयल मैड्रिड के लिए खेलते हैं और बीते सालों में मैड्रिड को जितनी सफलतायें मिली हैं, उनमें उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। वे सर्वश्रेष्ठ फ़ुटबॉलर का बैलोन डी ओर पुरस्कार जीत चुके हैं और विगत विश्वकप में वो सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी आंके गए थे।
स्कॉटलैंड (Scotland) के ख़िलाफ़ खेले गए यूरो कप के मैच में मोद्रिच ने आउटसाइड-ऑफ़-द-बूट तकनीक से गोल किया। वैसा गोल करने के लिए बड़ी दक्षता और अभ्यास की आवश्यकता होती है। ये मोद्रिच के बहुतेरे गोल्स की तरह लॉन्ग-रेंज शॉट था। मोद्रिच इतने निष्ठावान मिडफ़ील्डर हैं कि वो हमेशा फ़ॉरवर्ड्स को एक उम्दा पास या क्रॉस देने के लिए प्रयासरत रहते हैं, वे स्वयं सेंटर-फ़ॉरवर्ड पोज़िशन से गोल करते कभी नहीं पाए जायेगें।
सेंट्रल मिडफ़ील्ड में उन्हें जब भी शूट करने का अवसर मिलता है, वो ये मौक़ा चूकते नहीं हैं। छोटे क़दे के खिलाड़ी होने के बावजूद वो अकसर बहुत सधे हुए निशाने लगाते हैं। मिडफ़ील्ड से लॉन्ग रेंज शॉट लगाने वाले मौजूदा समय के मिडफ़ील्डरों में टोनी क्रूस, इवान राकिटिच (Ivan Rakitich), फ़िलीप्पे कटीनियो भी शुमार हैं, अलबत्ता गोल करने की इन सभी की भिन्न-भिन्न तकनीक है।
बार्सीलोना फ़ैन्स सर्किल में मोद्रिच का नाम हमेशा आदर से लिया जाता है, क्योंकि वे बहुत विनम्र स्वभाव के गुणी खिलाड़ी हैं और बहुत सामान्य परिस्थितियों से उठकर यहाँ तक पहुँचे हैं। उनके नाम के इनिशियल्स और उनके नम्बर का हवाला देकर अलबत्ता रीयल मैड्रिड फ़ैन्स के द्वारा यह कटाक्ष अवश्य किया जाता है कि वो ही असल एल.एम.10 हैं, कोई और नहीं- (यहाँ इशारा लियो मेस्सी की तरफ़ है)- लेकिन इतना फ़ुटबॉलिंग-बेंटर तो फ़ैन्स के बीच स्वाभाविक है।
हाल ही में लुका मोद्रिच की ऑटोबायोग्राफ़ी आई है, जिसके कुछ पन्ने उलटकर मैंने देखे हैं। इसकी प्रस्तावना सर एलेक्स फ़र्ग्युसन (Sir Alex Ferguson) ने लिखी है, जिन्होंने लुका को बीते बीस साल के सर्वश्रेष्ठ मिडफ़ील्डर्स में से एक बताया है। इस किताब में लुका ने क्रोएशिया के सुदूर गाँव ज़ातोन ओब्रोवस्की में अपनी पैदाइश, क्रोएशियन युद्ध के कारण झेले गए विस्थापन, ज़गरेब में पेशेवर फ़ुटबॉलर के रूप में संघर्ष और फिर वहाँ से इंग्लिश प्रीमियर लीग तक पहुँचने की अपनी कहानी सुनाई है। इस कहानी में बेलौन डी ओर, विश्वकप और चैम्पियंस लीग की जीतें एक उपसंहार की तरह मौजूद हैं, मुख्य कथानक तो लुका का स्वयं का जीवन है।
किताब की भूमिका में पूर्व क्रोएशियाई फ़ुटबॉलर ज़्वोनीमीर बोबन ने लिखा है कि लुका के खेल में फ़ुटबॉल की ज्यामिति, हार्मनी और डायनैमिक्स एक साथ गुंजायमान होती है। लुका जन्मजात नम्बर 10 हैं। कोई भी उनसे उनका ये नम्बर छीन नहीं सकता। वो भले चावी जितने रचनात्मक नहीं, उनके पास इनीएस्ता सरीखा स्पर्श नहीं, या वो आंद्रे पीर्लो जैसे शिल्पी नहीं, लेकिन गेंद को पास करने की आदर्श लय में, अनेकानेक ज़िगज़ैग पैटर्न्स के भीतर, कठिन समस्याओं के सरल समाधान खोजने की कला में लुका ने महारत हासिल की है।
उम्दा फ़ुटबॉल के लिए ललक पैदा करना जितना ज़रूरी है, फ़ुटबॉल पर उम्दा लिट्रेचर पढ़ना उससे कम ज़रूरी नहीं। लुका की यह आत्मकथा फ़ुटबॉल-प्रशंसकों की मेज़ पर होनी ही चाहिए। यूरो कप के आगामी चरणों के लिए रीयल मैड्रिड के एल.एम.10 को इस बार्सीलोना-फ़ैन की तरफ़ से शुभकामनायें।