नई दिल्ली (विश्वरूप प्रियदर्शी): भारत सरकार ने अभूतपूर्व फैसला लेते हुए पीएलए समर्थित चीनी कंपनियों के 59 मोबाइल ऐप्स समेत Tik-Tok (mobile apps) पर प्रतिबंध लगा दिया। केन्द्र सरकार ने हवाला दिया कि, ये मोबाइल ऐप्स यूजर्स की निजता का हनन करते है। देश सहित विदेशों में भी मोदी सरकार के इस फैसले को काफी सराहा गया।
इसके चलते कई टिकटॉक यूजर्स दूसरे वीडियों प्लेटफॉर्मस की ओर रूख़ करने लगे। प्रतिबंध लगने के बाद Tik Tok पर एक वीडियों सामने आया, जिसके बाद भारतीय नौ-सेना में हड़कंप मच गया।
राजा नाथ नाम के टिकटॉक यूजर ने भारतीय नौ-सेना के अधिकारी की वर्दी पहनकर बहुत से वीडियो टिकटॉक पर अपलोड किये थे। इसके साथ ही राजा नाथ केरल की अलग-अलग जगहों पर भारतीय नौ-सेना के लेफ्टिनेंट (Lieutenant) की आधिकारिक वर्दी में घूमता पाया गया। जानकारी मिलने पर इस शख़्स को केरल पुलिस ने नादिया जिले से गिरफ्तार कर लिया। अभियुक्त की उम्र 23 साल बतायी जा रही है।
केरल पुलिस ने आरोपी पर भारतीय दंड संहिता की धारा 140 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस ने उसके घर पर दबिश देकर भारतीय नौ-सेना की वर्दी और बैज भी जब़्त कर लिया है। मिल रही जानकारी के मुताबिक आरोपी पिछले साल अक्टूबर से ही कोच्चि में रह रहा था। यहीं रहकर ही उसने ये वर्दी सिलवाई। पिछले कई सालों से पुलिस और सशस्त्र बलों की वर्दी का गलत इस्तेमाल करने की खब़र सामने आती रही है।
गुजरात, जम्मू-कश्मीर और पंजाब में 144-सीआरपीसी के तहत आर्म्ड फोर्सेस की वर्दी का गलत इस्तेमाल और खरीद-फरोख्त प्रतिबंधित है। मौजूदा मामले को देखते हुए भारतीय नौ-सेना भी केरल सरकार से इसी तर्ज पर कानून लागू करने की गुहार लगाने जा रही है।
एहतियतान कदम उठाते हुए भारतीय नौ-सेना (Indian Navy) ने केरल (Kerala) में अपनी वर्दी की गैर-आधिकारिक बिक्री पर पूरी तरह रोक लगाने की बात कही है। इस तरह से वर्दी का गलत इस्तेमाल किसी बड़ी आतंकी वारदात के लिए भी हो सकता है, और ऐसा घटनाक्रम देखा भी गया है। ऐसे में केन्द्र सरकार को इस मामले में प्रभावी कानून बनाना चाहिए।