न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): पंजाब में होने वाले विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election) से पहले किसान नेता गुरनाम सिंह चारुनी (Farmer leader Gurnam Singh Charuni) ने शुक्रवार को अपनी नयी पार्टी ‘संयुक्त संघर्ष पार्टी’ शुरू करने का ऐलान किया। उन्होंने आरोप लगाया कि नीति निर्माता पूंजीवाद को बढ़ावा दे रहे हैं, इसलिए वो आम लोगों और गरीबों की मदद के लिये नई राजनीतिक पार्टी बना रहे हैं।
चंडीगढ़ में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान चारुनी ने कहा कि- राजनीति प्रदूषित हो गयी है। इसे बदलने की जरूरत है। पूंजीवाद को बढ़ावा देने वाले नीति निर्माता, पूंजीपतियों के पक्ष में नीतियां बनायी जा रही हैं। आम आदमी, गरीबों के लिये कुछ भी नहीं किया जाता है। इसलिए हम अपनी नई पार्टी, संयुक्त संघर्ष पार्टी (Sanyukt Sangharsh Party) शुरू कर रहे हैं।
इस बीच पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Former Chief Minister Captain Amarinder Singh) की पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस (Punjab Lok Congress) भारतीय जनता पार्टी के साथ गठबंधन में पंजाब विधानसभा चुनाव लड़ने के लिये पूरी तरह तैयार है। केंद्रीय मंत्री और पंजाब भाजपा प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत ने बीते शुक्रवार (17 दिसंबर 2021) को इस जानकारी की पुष्टि की और संवाददाताओं से कहा कि, "7 दौर की बातचीत के बाद आज मैं पुष्टि करता हूं कि भाजपा और पंजाब लोक कांग्रेस आगामी पंजाब विधानसभा चुनाव एक साथ लड़ने जा रहे हैं। सीट शेयर पर बाद में चर्चा की जायेगी।"
बता दे कि पंजाब लोक कांग्रेस के नेता और पूर्व सीएम कैप्टन अमरिंदर सिंह ने शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री और पंजाब बीजेपी प्रभारी गजेंद्र सिंह शेखावत (Punjab BJP in-charge Gajendra Singh Shekhawat) से दिल्ली में उनके आवास पर मुलाकात की थी। पंजाब लोक कांग्रेस के प्रमुख कैप्टन अमरिंदर सिंह ने आज (18 दिसंबर 2021) मीडिया से कहा कि, "हम तैयार हैं और हम ये चुनाव 101 प्रतिशत जीतने जा रहे हैं। सीट बंटवारे पर फैसला सीट दर सीट के आधार पर लिया जायेगा, जिसमें जीत प्राथमिकता होगी। इस चुनाव में जीत सुनिश्चित है।"
बता दे कि बीते 2 नवंबर को पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया और पंजाब विधानसभा चुनाव से पहले नयी पार्टी पंजाब लोक कांग्रेस बनाने का ऐलान किया। पंजाब विधानसभा चुनाव 2022 में होंगे। साल 2017 के पंजाब विधानसभा चुनावों में कांग्रेस ने 77 सीटें जीतकर सूबे में पूर्ण बहुमत हासिल किया और 10 साल बाद शिअद-भाजपा की सरकार को सत्ता से बाहर कर दिया। आम आदमी पार्टी 117 सदस्यीय पंजाब विधानसभा में 20 सीटें जीतकर दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है। शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal-SAD) सिर्फ 15 सीटें जीतने में कामयाब रहा, जबकि भाजपा को 3 ही सीटों से संतोष करना पड़ा था।