एजेंसियां/न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): फीफा विश्व कप 2022 (FIFA World Cup) में एक और विवाद से उपज गया, कतर प्रशासन ने कथित तौर पर भारतीय भगोड़े जाकिर नाइक (Zakir Naik) को फुटबॉल टूर्नामेंट में आमंत्रित किया है, माना जा रहा है कि वो फुटबॉल के इस महाकुंभ में इस्लाम पर उपदेश दे सकते है।
बता दे कि जाकिर नाइक इस्लामिक उपदेशक (Islamic Preacher) हैं, जिन्हें मनी लॉन्ड्रिंग और अभद्र भाषा देने के आरोप में भारत में बैन कर दिया गया है। उन्हें भारतीय भगोड़ा करार दिया गया है और साल 2017 से वो मलेशिया (Malaysia) में निर्वासन में रह रहे हैं।
कतर के सरकारी खेल चैनल अलकास के प्रस्तोता फैसल अलहाजरी (Faisal Alhajri) ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट कर ऐलान किया कि भारतीय भगोड़ा जाकिर नाइक कतर में फीफा विश्व कप 2022 में हिस्सा लेगा और पूरे टूर्नामेंट के दौरान धार्मिक भाषण देगा।
फुटबॉल टूर्नामेंट में अपनी मौजूदगी की पुष्टि करते हुए कतरी टीवी एंकर और पत्रकार ज़ैन नाइक ने सोशल मीडिया पर ज़ाकिर नाइक की तस्वीर ट्वीट करते हुए लिखा कि, “हमारे समय के सबसे मशहूर विद्वानों में से एक डॉ जाकिर नाइक फीफा वर्ल्ड में हिस्सा लेने के लिये क़तर पहुंच गये हैं।”
जाकिर नाइक अपने कट्टरपंथी भाषणों के वज़ह देश में इस्लाम का प्रचार करने, कथित तौर पर नफरती भाषण देने की वज़ह से कई सालों से भारत विवादास्पद शख़्स रहे हैं। जाकिर नाइक इस्लामिक रिसर्च फाउंडेशन (IRF- Islamic Research Foundation) के संस्थापक हैं, जिसे भारत सरकार ने गैरकानूनी संगठन घोषित कर दिया है।
अल्हाजरी के मुताबिक नाइक, जो भारत सरकार की ओर से वांछित भगोड़ा है, कथित तौर पर पूरे टूर्नामेंट में कई धार्मिक भाषण देगा। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इससे पहले आईआरएफ को गैरकानूनी संगठन बताते हुए पांच साल के लिये इस पर बैन लगा दिया था।
गुजरात, कर्नाटक, जम्मू और कश्मीर, झारखंड, केरल, महाराष्ट्र और ओडिशा (Maharashtra and Odisha) में आईआरएफ, उसके सदस्यों और सहानुभूति रखने वालों की गैरकानूनी गतिविधियां देखी गयी है।
आतंकवाद विरोधी न्यायाधिकरण के सामने सॉलिसिटर जनरल ने पेश किया कि ये दिखाने के लिये कई सबूत मौजूद है कि जाकिर नाइक अपने वीडियो के जरिये नफरती बातें फैलाना जारी रखे हुए है। कई सोशल मीडिया चैनलों पर ये आसानी से देखे जा सकते है। अभी भी जाकिर नाइक की नफरती बातों की पहुँच उसके मानने वालों तक है।