बिजनेस डेस्क (मृत्युजंय झा): वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitharaman) ने आज (31 जनवरी 2022) लोकसभा में आर्थिक सर्वेक्षण (Economic Survey) पेश किया। सर्वेक्षण 2023 में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 8-8.5 फीसदी इज़ाफे का अनुमान लगाया गया। संसद के बजट सत्र की शुरुआत राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने दोनों सदनों को संबोधित करने के साथ की। आर्थिक सर्वेक्षण मुख्य आर्थिक सलाहकार (Chief Economic Advisor-CEA) के मार्गदर्शन में वित्त मंत्रालय द्वारा तैयार किया गया। ये सलाना दस्तावेज है और ये वित्तीय वर्ष 2021-22 के दौरान देश भर में वार्षिक आर्थिक विकास (Annual Economic Growth) का सारांश पेश करता है।
बता दे कि मोदी सरकार ने शुक्रवार (28 जनवरी 2022) को डॉ.वी अनंत नागेश्वरन (Dr.V Ananth Nageswaran) को नया सीईए नियुक्त किया। बता दे कि उन्होंने केवी सुब्रमण्यम (KV Subramaniam) की जगह ली, जिनका तीन साल का कार्यकाल बीते दिसंबर में खत्म हुआ।
Economic Survey 2022-21 के अहम बिंदु
- वित्त वर्ष 2023 में सकल घरेलू उत्पाद (Gross Domestic Product-GDP) में वृद्धि दर 8-8.5 फीसदी रहने की उम्मीद है।
- पूंजीगत खर्च (Capital Expenditure) बढ़ायेगी सरकार।
- वित्त वर्ष 2022 में वास्तविक सकल घरेलू उत्पाद की बढ़ोत्तरी 9.2 फीसदी रहने की संभावना है।
- वित्त वर्ष 2022 में औद्योगिक विकास दर (Industrial Growth Rate) 11.8% रहने की उम्मीद है
- वित्त वर्ष 2022 कृषि क्षेत्र (Agricultural Sector) की वृद्धि 3.9% पर बने रहना संभव
- सप्लाई चैन (Supply Chains) में सुधार से विकास को मिलेगी रफ्तार
- मैक्रों इक्नॉमी (Macro Economy) के मोर्चे पर वित्त वर्ष 2023 में चुनौतियां होंगी।