नई दिल्ली (गौरांग यदुवंशी): जिस तेजी के साथ वायरस इन्फेक्शन देशभर में पांव पसार रहा है, उसे देखते हुए लोगों ने शादी विवाह जैसे कई मांगलिक सामाजिक कार्यक्रम रद्द कर दिए। लेकिन दूसरी ओर भाजपा से सियासी मुखालफत के चलते एच.डी. देवगौड़ा परिवार ने कई लोगों की जान जोखिम में डाल दी, साथ ही गृह मंत्रालय द्वारा जारी दिशानिर्देशों का खुला उल्लंघन भी किया। इरादतन तौर पर एच.डी. कुमार स्वामी के बेटे निखिल का विवाह कार्यक्रम ठीक तब्लीगी ज़मात के मरकज़ के तर्ज़ पर संपन्न हुआ। जहां सभी लोग वायरस संक्रमण के खतरे से भली-भांति वाकिफ थे।
विवाह समारोह से आयी तस्वीरों से पता लगता है कि, कार्यक्रम के दौरान केंद्र सरकार की ओर से जारी दिशानिर्देशों की खुलेआम धज्जियां उड़ाई गई। लॉकडाउन के बीच हुई शादी में लोगों का जमावड़ा लगा। मौके पर पहुंचे मेहमानों ना ही तो सोशल डिस्टेंस्टिग का पालन किया और ना ही फेस मास्क लगा रखे थे। गौरतलब है कि कुछ दिन पहले कुमार स्वामी ने मीडिया के सामने दावा किया था कि, विवाह कार्यक्रम के दौरान 10-15 लोग ही शामिल रहेंगे। लेकिन सामने आ रही तस्वीरें उनके दावों की पोल खोल देती है।
तस्वीरों में खुद एच.डी. देवगौड़ा वैवाहिक रस्मों में हिस्सा लेते नज़र आए। इंफेक्शन के चपेट में आने से हुई पहली मौत की खबर कर्नाटक से ही सामने आई थी। जिसके बाद से वायरस के कारण देशभर में हो रही मौतों की खबरें मीडिया में आने लगी।
देश की राजनीति में देवगौड़ा परिवार संभ्रांत और ऊंचे सियासी कद वाला है। मेडिकल इमरजैंसी के हालातों में जिस तरह से वैवाहिक कार्यक्रम संपन्न हुआ है, ये आम जनता के बीच गलत मिसाल पेश करेगा। बेहतर होता देवगौड़ा परिवार विवाह कार्यक्रम को रद्द करके लोगों से लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील करता। ऐसे में इंतज़ार रहेगा कि, कर्नाटक सरकार, गृहमंत्रालय और प्रधानमंत्री कार्यालय की ओर से देवगौड़ा परिवार पर किस तरह की दंडनीय कार्रवाई होगी। आखिर कानून सभी के लिए बराबर होता है।