स्पोर्ट्स डेस्क (नरसिम्हन नायर): तीन फुटबॉल विश्व कप जीतने वाले ब्राजील के महान फुटबॉलर पेले (Football star Pele) का 82 साल की आयु में निधन हो गया। हाल के विश्व कप के दौरान स्टार फुटबॉलर स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से जूझ रहे थे। एक समय वो ठीक हो रहे थे लेकिन बाद में उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
पेले को ब्राजील (Brazil) की “जोगो बोनिटो” शैली का अवतार माना जाता था, जिसने देश को रिकॉर्ड पांच विश्व कप जीतने में खासा मदद की। पेले ने खुद 1958, 1962 और 1970 में तीन फुटबॉल विश्व कप जीते। सैंटोस और न्यूयॉर्क कॉसमॉस (Santos and the New York Cosmos) के साथ उन्होंने 77 अंतर्राष्ट्रीय गोल और 655 क्लब गोल किये।
पेले के नाम अभी भी कई रिकॉर्ड हैं। पेले और नेमार (Neymar) के अंतर्राष्ट्रीय गोलों की संख्या समान है, हालांकि पेले के पास प्रति गेम गोलों का अनुपात ज्यादा है, साथ ही उन्होंने क्लब सैंटोस के लिये ज्यादा गोल दागें हैं। वो विश्व कप और विश्व कप फाइनल में गोल करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी रहे हैं। विश्व कप में हैट्रिक हासिल करने वाले वो सबसे कम उम्र के खिलाड़ी रहे हैं।
पेले को साल 1999 में अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक परिषद (International Olympic Council) की ओर सदी का एथलीट नामित किया गया था। पेले ने साल 1956 में 15 साल की उम्र में क्लब सैंटोस के लिये खेलते हुए अपने फुटबॉल करियर की शुरूआत की थी। क्लब सैंटोस के लिये 659 मैच खेलते हुए उन्हें रिकॉर्ड 643 गोल दागे थे, वो 19 सीजन तक क्लब सैंटोस के साथ बने रहे।
ब्राज़ीलियाई फुटबॉल स्टार पेले को ब्लैक पर्ल और ओ री (द किंग) के नाम से भी जाना जाता है, उन्हें टाइम्स मैगजीन की साल 2000 में बीसवीं शताब्दी के 100 सबसे ज्यादा प्रभावशाली लोगों की सूची में नामित किया गया था। पेले को उसी साल डिएगो माराडोना (Diego Maradona) की तरह फीफा प्लेयर ऑफ द सेंचुरी का ताज पहनाया गया था।
साल 1957 में अर्जेंटीना (Argentina) के हाथों ब्राजील की 1-2 की हार में अंतर्राष्ट्रीय फुटबॉल में उतरने वाले पेले का क्रेज इतना ज्यादा था कि ब्राजील के तत्कालीन राष्ट्रपति जेनियो क्वाड्रोस (Genio Quadros) ने साल 1961 में उन्हें राष्ट्रीय खजाना घोषित कर दिया। 16 साल और नौ महीने की उम्र में अपने देश के लिये सबसे कम उम्र के गोल स्कोरर पेले ने 92 मैचों के अपने अंतरराष्ट्रीय करियर में 77 गोल किये। बता दे कि नेमार जूनियर ने हाल ही में हुए विश्व कप में उनकी गोल टैली की बराबरी की। इतने गोल करने के लिये उन्होंने 124 मैच खेले।
पेले ने साल 1971 में अपने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल करियर को अलविदा कह दिया। उन्होंने 1970 में अपने आखिरी विश्व कप में गोल्डन बॉल हासिल की, जहां उनकी टीम ने फाइनल में इटली को 4-1 से रौंदा था।