न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): समाजवादी पार्टी के एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य (SP MLC Swami Prasad Maurya) के खिलाफ रायबरेली (Rae Bareli) की कोतवाली पुलिस एक वीडियो को आधार बनाते हुए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की। कथित वीडियो में स्वामी प्रसाद मौर्य भगवान राम पर आपत्तिजनक बयान देते हुए नज़र आ रहे है। खास बात ये है कि मौर्य के खिलाफ इस साल दर्ज की गयी ये चौथी एफआईआर है।
वीडियो में मौर्य को ये कहते हुए सुना जा सकता है – “मिले मुलायम कांशी राम …” और भीड़ को नारा पूरा करने के लिये ये कहते हुए सुना जा सकता है कि “…हवा मैं उड़ गये जय श्री राम” ये विवादास्पद राजनीतिक नारा था 1990 के दशक की शुरुआत में गढ़ा गया था।
शिकायतकर्ता हिंदू युवा वाहिनी (Hindu Yuva Vahini) के कार्यकर्ता मारुत त्रिपाठी ने आरोप लगाया कि मौर्य के इस तरह के बयानों से माहौल खराब हो रहा है और सांप्रदायिक हिंसा भी भड़क रही है।
मामले को लेकर रायबरेली (शहर) सर्कल अधिकारी वंदना सिंह ने कहा कि मौर्य के खिलाफ आईपीसी 295 ए (आक्रोश धार्मिक भावनाओं) के आरोपों के तहत एफआईआर दर्ज की गयी है और इंस्पेक्टर रैंक अधिकारी को मामला जांच के लिये सौंपा गया है।
मौर्य ने 3 अप्रैल को रायबरेली के एक निजी कॉलेज में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (SP supremo Akhilesh Yadav) की ओर से बहुजन समाज पार्टी (BSP- Bahujan Samaj Party) के संस्थापक कांशीराम की प्रतिमा का अनावरण करने के दौरान कथित रूप से ये आपत्तिजनक नारा लगाया था। इस साल 24 जनवरी को मौर्य को रामचरितमानस (Ramcharitmanas) पर उनके बयान के लिये लखनऊ पुलिस ने नामजद किया था।
राजधानी लखनऊ (Lucknow) के वृंदावन योजना क्षेत्र में रामचरितमानस की प्रतियां जलाने के लिये मौर्य के खिलाफ लखनऊ की पीजीआई पुलिस ने एक और एफआईआर दर्ज की थी।
पिछले महीने मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की ग्वालियर (Gwalior) पुलिस ने भी रामचरितमानस पर सपा नेता के बयानों के लिये उन पर मामला दर्ज किया था।