France का कट्टर इस्लामिक ताकतों पर जोरदार वार, इस्लामाबाद में खलबली

न्यूज़ डेस्क (शौर्य यादव): फ्रांस सरकार (France Govt.) और राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों ने कट्टर इस्लामिक ताकतों के खिलाफ़ मोर्चा खोल दिया है। बीते बुधवार इस कवायद शुरूआत कर दी गयी। जिसकी चपेट में बाराकासिटी नामक इस्लामिक चैरिटी ऑर्गनाइजेशन (Islamic charity organization Barakasiti) आ गया। ये संस्था 26 मुल्कों में तकरीबन 20 लाख लोगों के लिए काम करती है। ये कार्रवाई राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों (President Emanuel Macron) से उस ऐलान के ठीक बाद हुई है, जिसमें उन्होनें फ्रांस में इस्लामिक कट्टरपंथ पर कड़ी लगाम कसने की बात कही थी। गौरतलब है कि बीते हफ़्ते एक लड़के ने अपने शिक्षक की गला रेतकर हत्या कर दी थी। बताया जा रहा है कि शिक्षक ने कक्षा के दौरान इस्लाम को अपमानित करने वाली तस्वीर दिखाई थी। जिसके बाद पूरे फ्रांस में कट्टर इस्लामिक ताकतों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया गया।

पेरिस की इस कार्रवाई से कट्टर इस्लामिक मुल्कों (Protestant Islamic countries) में खासा खलबली का माहौल है। पेरिस की इस कार्रवाई की मुखालफत करते हुए इस्लामाबाद ने ज़ुबानी मोर्चा खोल दिया। इस मामले में प्रधानमंत्री इमरान खान (Prime Minister Imran Khan) ने कहा कि- फ्रांस में इस्लाम के खिलाफ जो कुछ कवायदें चल रही है, वो नाकाबिले बर्दाश्त है। पेरिस दुनियाभर में इस्लामोफोबिया (Islamophobia) फैला रहा है। खासतौर पर यूरोप से ऐसे मामले सामने आ रहे है। इसके खिलाफ सभी इस्लामी मुल्कों को एक मंच पर आना होगा। इसके लिए इस्लामाबाद ने सभी मुस्लिम राष्ट्रों को खत भी लिखा।

इस्लामिक चैरिटी ऑर्गनाइजेशन बाराकासिटी ने फ्रांस सरकार की इस कार्रवाई के बारे में औपचारिक जानकारी अपने ट्विटर अकाउंट से दी। संस्था के प्रबंधकों ने इरादा ज़ाहिर करते हुए कहा कि, संस्था उसे मुल्क में काम करना पसंद करेगी, जहां उसे मुफीद सियासी माहौल मिलेगा। इस्लामिक चैरिटी ऑर्गनाइजेशन बाराकासिटी के संस्थापक इदरिस शिमेदी ने तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोआन (Turkish President Erdogan) से मदद की गुहार लगायी। उन्होनें ट्विट कर लिखा कि- मैं और बाराकासिटी की टीम को आपके मुल्क में राजनीतिक शरण (Political asylum) की दरकार है। फ्रांस अब हम लोगों के लिए महफूज नहीं रह गया।

फ्रांस सरकार के गृह विभाग ने संस्था बाराकासिटी पर काफी संजीदा इल्ज़ाम लगाये थे। फ्रांसीसी गृहमंत्री गेराल्ड डारमेनियन (French Home Minister Gerald Darmanian) के मुताबिक बाराकासिटी उनके देश में नफरत की बीज़ बो रही थी। जिसकी वज़ह से इस्लामिक कट्टरपंथ को फलने-फूलने में काफी मदद मिल रही थी। दहशतगर्दों के नापाक इरादे की हौंसला अफज़ाई करती थी। ऐसी ऑर्गनाइजेशन का वजूद देश के लिए खतरे की बड़ी बात है। दूसरी ओर बाराकासिटी ने गृह विभाग के दावे को सिरे से नकार दिया। हाल ही में कुछ दिन पहले संस्था के फाउंडर इदरिस शिमेदी को फ्रांसीसी एंटी टेरेरिज्म फोर्स (French Anti Terrorism Force) ने गिरफ्त में लेकर उनसे पूछताछ की। इस दौरान फोर्स के अफसरों ने उन पर आला दर्जे की रिमांड तकनीक का इस्तेमाल किया।

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