एजेंसियां/न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ब्रिटिश संसद (British Parliament) के ग्रैंड कमेटी रूम में लॉर्ड्स, डेम्स, सांसदों, शिक्षाविदों, जनता और मीडिया के सदस्यों समेत 90 मेहमानों से खचाखच भरे कमरे को संबोधित किया। उन्होंने देश में विपक्ष की आवाज को दबाने का जिक्र करते हुए भारत में संसद सदस्यों के सामने आने वाली कठिनाइयों के बारे में बात की। अपनी बात रखने के लिये उन्होनें खराब माइक्रोफोन का जिक्र करते हुए, उन्होंने कहा कि उनके माइक काम कर रहे हैं, लेकिन उन्हें चालू नहीं किया जा सकता है, जो उनके भाषणों के दौरान उनके साथ अक्सर होता है।
राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने सितंबर 2022 से जनवरी 2023 के बीच संपन्न हुई 3500 किलोमीटर लंबी ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के अपने अनुभवों को साझा करते हुए उन्होनें कहा कि यात्रा के पीछे केंद्रीय विचार भारत में फिर से बातचीत शुरू करना था। उनका मानना है कि जो बातचीत कभी पूरी तरह से खुली और आजाद थी, वो अब आरएसएस और बीजेपी (RSS and BJP) की संस्थाओं में घुसपैठ के कारण दबा दी गयी है, जिससे चर्चा करना नामुमकिन हो गया है।
भाजपा की कथित अपराजेय स्थिति के बारे में पूछे जाने पर, राहुल गांधी ने कहा कि वो उस नैरेटिव में विश्वास नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक विचार है और उन्होंने भाजपा के मुकाबले कई सालों तक देश पर शासन किया है। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि वो मीडिया के नैरेटिव के बजाय जमीनी स्तर पर लोगों की बात सुनते हैं।
उनके भाषण को लेकर साउथहॉल के ईलिंग के लेबर सांसद वीरेंद्र शर्मा (साउथहॉल के ईलिंग के लेबर सांसद वीरेंद्र शर्मा) ने कहा कि राहुल गांधी के विचार उनके निजी और उनकी राजनीति के मुताबिक हैं, जिनका भारत और ब्रिटेन के रिश्तों पर कोई असर नहीं पड़ेगा। वालसाल साउथ के लेबर सांसद वैलेरी वाज़ (Labor MP Valerie Vaz) ने कहा कि राहुल गांधी ने भारत के बारे में सकारात्मक बात की।
राहुल गांधी ने अपने संबोधन को खत्म करते हुए कहा कि उनका मानना है कि दुनिया में भारत के लिये एक ठोस जगह है। उन्होंने विश्वास ज़ाहिर किया कि मौजूदा अशांति से निपटा जायेगा।