न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): UP: योगी आदित्यनाथ ने बीते शुक्रवार (25 मार्च 2022) को एक समारोह में अपने दूसरे कार्यकाल के लिये उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली। योगी के साथ 52 अन्य लोगों ने मंत्रियों के रूप में शपथ ली। उत्तर प्रदेश में लगातार दूसरी बार पूर्ण बहुमत वाली भाजपा सरकार का गठन कई मायनों में अहम है।
यूपी में भाजपा सरकार की वापसी के मायने
- इससे बीजेपी को 2024 के लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) में बड़ा फायदा होगा। उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा लोकसभा सीटें हैं, यानि 80 सांसद यहां से आते है। विधानसभा चुनाव (Assembly elections) में बीजेपी 255 सीटें जीतने में कामयाब रही। अगर आप इन 255 सीटों को लोकसभा सीटों में बदल दें तो ये तादाद 55 से 60 हो जाती है। यानि 2024 के लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने ये सुनिश्चित कर लिया है कि सूबे की ज्यादातर सीटों पर उसका प्रभाव बरकरार है और इसका सीधा फायदा उन्हें 2024 में मिलेगा।
- अब तक बीजेपी में नंबर एक और नंबर दो पदों पर हुआ करती थी। नंबर एक पर प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) और दूसरे नंबर पर अमित शाह (Amit Shah) हैं। राजनीति से लेकर आम बोलचाल तक कहा जाता था कि बीजेपी में मोदी और शाह का मतलब नंबर एक और नंबर दो है और उसके बाद बाकी सारे नेता बराबर हो जाते हैं। यानि बीजेपी में तीसरे नंबर के लिये कोई जगह नहीं थी लेकिन योगी आदित्यनाथ बीजेपी में तीसरे नंबर पर आ गये हैं।
- अब से उत्तर प्रदेश में M+Y फैक्टर और मजबूत होगा। यानि कि मोदी-योगी फैक्टर (Modi-Yogi Factor)।
- उत्तर प्रदेश में भाजपा की जीत का अहम कारण विकास की राजनीति (Politics Of Development) थी। अब जब यूपी में फिर से बीजेपी की सरकार बन गयी है तो ये वोट बैंक और मजबूत होगा क्योंकि केंद्र सरकार राज्य में अपनी योजनाओं के लोगों तक आसानी से पहुंच पायेगी। जैसा कि विपक्षी राज्यों में नहीं हो सकता। यानि डबल इंजन वाली सरकार का फायदा लोगों को मिलेगा।
- इससे राज्यसभा (Rajya Sabha) और इस साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव (Presidential Election) में बीजेपी की स्थिति काफी मजबूत होगी।