न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): सहारनपुर पुलिस ने हाल ही में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आकाश तोमर (SSP Akash Tomar) के कुशल निर्देशों पर एक बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया, जो कि फर्जी कागज़ों का इस्तेमाल कर बैकों से लोन लेकर बैकों को चूना लगाते थे। इस क्रम में पुलिस ने 4 अभियुक्तों गिरफ्तार किया। इनके पास से 9 फर्जी आधार कार्ड मिले है। पुलिस के मुताबिक हिरासत में लिये गये अभियुक्तों ने लगभग 34 लाख रुपये का फर्जीवाड़ा किया था।
पूछताछ के दौरान अभियुक्तों ने अपने इकबालिया बयान में कहा कि- हम लोगों का एक गैंग है और हम साथ मिलकर दूसरे लोगों के नाम, पते और फर्जी आधार कार्ड व अन्य दस्तावेज बनवाते है। इसके उनपर अपने फोटो लगाते है तथा फिर उन लोगों की जमीन की खसरा खतौनी किसी तरीके से हासिल कर बैंको से धोखाधड़ी (Fraud) करके लोन हासिल कर लेते है, जिसके बाद उसे वापिस जमा नहीं करवाते।
फर्जी कागज़ों की वज़ह से ये लोग पुलिस और बैंक पकड़ में नहीं आ पाते थे। जालसाज़ी को अंज़ाम देने के लिये ये लोग हाल ही में कैनरा बैंक की शाखा घण्टाघर चौक से एक लोन निलय जैन के नाम से लिया, जिसमें फर्जी फोटो लगाया जो कि रजत का था। साथ ही कुम्हारहेडा कैनरा बैंक की ब्रांच (Kumharheda Canara Bank Branch) से भी अभियुक्तों ने मोहम्मद सलीम और मोहम्मद तारीफ हुसैन क नाम पर लोन उठाया। इस पूरे प्रकरण में जोगिन्द्र, साजिद, प्रमोशन कुमार और फुरकान की भूमिका पर पुलिस काफी पैनी निगाहें बनाये हुए थी। गिरोह के सरगना जोगेन्द्र और रजत बताये जा रहे है। यही दोनों फर्जी कागजात तैयार करवाते थे।
बता दे कि जालसाज़ी की कवायद के दौरान जोगेन्द्र कभी भी बैंक के अन्दर नहीं जाता था। इस दौरान वो गैंग के दूसरे सदस्यों को बैंक के अन्दर भेजता था। जिला पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्तों की शिनाख़्त बैक के कर्मचारियों और मैनेजरों ने भी की। इस गिरोह का हिरासत में लेने के पुलिस की विशेष टीम (Special Police Team) का गठन किया गया, जिसकी कमान प्रभारी निरीक्षक रोरिया थाना कोतवाली उमेश कर रहे थे।