न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): जेल में बंद गैंगस्टर मुख्तार अंसारी (Gangster Mukhtar Ansari) अब एक और मामलें में फंसते दिख रहे है। मामला धोखाधड़ी और जालसाज़ी से जुड़ हुआ है। सूत्रों के हवाले से सामने आ रहा है कि सरकारी आईडी कार्ड आधार और पैन में उनके नाम की स्पेलिंग में गड़बड़ी पायी गयी है, जिसे लेकर मामला दर्ज कर लिया गया है। आईडी पर नाम की स्पेलिंग और जन्मतिथि में गड़बड़ी पाये जाने के बाद यूपी पुलिस (UP Police) ने अंसारी के खिलाफ जालसाजी और धोखाधड़ी की धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है। बीते शुक्रवार (19 मई 2023) देर रात एक छापे के दौरान मुख्तार अंसारी के बैरक से उसके निजी दस्तावेज बरामद होने के बाद ये बात सामने आयी।
तलाशी के दौरान मुख्तार के बैरक से वोटर आईडी, आधार कार्ड, पैन कार्ड मिला। कोतवाली एसएचओ धर्मेंद्र सिंह (SHO Dharmendra Singh) ने कहा कि इन दस्तावेजों में जन्मतिथि और नाम की स्पेलिंग में अंतर पाया गया। बरामद दस्तावेजों की जांच जिलाधिकारी के आदेश पर पुलिस को सौंपी दी गयी है।
मामले को लेकर कोतवाली एसएचओ धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि “हमने जांच की और पाया कि मतदाता पहचान पत्र में उनकी जन्मतिथि 1959 थी, जबकि आधार और पैन कार्ड पर उनकी जन्म तिथि 1963 बतायी गयी थी। साथ ही आधार और मतदाता पहचान पत्र में उनका नाम मुख्तार बताया गया है लेकिन पैन कार्ड में उनका नाम मोख्तार है। ये साफतौर से दस्तावेजों में अंतर दिखाता है”
बांदा एसपी अभिनंदन (Banda SP Abhinandan) ने बताया कि मुख्तार अंसारी और एक अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ आईपीसी 420 (बेईमानी), आईपीसी 467 (जालसाजी) और आईपीसी 471 (असल दस्तावेजों का इस्तेमाल जालसाज़ी करने के लिये) के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।
बता दे कि मुख्तार अंसारी फिलहाल बांदा जेल (Banda Jail) में बंद है। उनके खिलाफ अब 62 आपराधिक मामले दर्ज हैं। अधिकारियों ने अंसारी की 575 करोड़ रुपये की संपत्ति को जब्त कर लिया है, साथ उनकी कुछ संपत्तियों को जमींदोज भी कर दिया गया है। यूपी पुलिस के मुताबिक उनकी ये संपत्तियां जुर्म और गैरकानूनी कामों से हुई आमदनी से बनायी गयी थी।