नई दिल्ली (साजन कुमार): वायरस इनफेक्शन (virus infection) के बढ़ते खतरे के बीच राजनीतिक बयानों का दौर गर्म है। कोरोना (corona) से जोड़ कर राजनीतिक छींटाकशीं और आरोप-प्रत्यारोप अपने चरम पर है।
IANS को दिए इंटरव्यू में भाजपा सांसद गौतम गंभीर (Gautam Gambhir) ने दिल्ली (Delhi) और महाराष्ट्र (Maharashtra) में दिहाड़ी पर काम करने वाले आप्रवासी मजदूरों को लॉकडॉउन (lockdown) उल्लंघन के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार बताया।
गौरतलब है कि 23 मार्च को हुए लॉकडॉउन के ठीक अगले दिन दिल्ली के आनंद विहार (Anand Vihar) अंतर्राज्यीय बस अड्डे पर अपने घरों को जाने के लिए आतुर मजदूरों की भीड़ और मुंबई के बांद्रा (Bandra) रेलवे स्टेशन पर 14 अप्रैल को इकट्ठा हुआ आप्रवासी मजदूरों का जनसैलाब से लॉकडाउन उल्लंघन के हालात पैदा हुए। भूख और असुरक्षा की भावना से भरे इन मजदूरों में घर जाने को लेकर उतावलापन देखा गया। इसी के मद्देनजर सांसद गौतम गंभीर ने दिल्ली सरकार और महाराष्ट्र सरकार को कटघरे में खड़ा किया। हालांकि दिल्ली सरकार ने दावा किया कि, राजधानी में रोजाना दस लाख आप्रवासी दिहाड़ी मजदूरों को मुफ्त में भोजन मुहैया करवाया जा रहा है। अब हालात ये है कि, भूख और बढ़ती महामारी के बीच जनता त्रस्त है। वहीं दूसरी ओर सियासी गलियारे में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जोरों पर है।