न्यूज डेस्क (मृत्युजंय झा): गोवा (Goa) के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत (Chief Minister Pramod Sawant) ने आज (12 जुलाई 2022) कहा कि भाजपा का राज्य कांग्रेस विधायक दल में ”विद्रोह” से कोई लेना-देना नहीं है। बता दे कि बीते रविवार (10 जुलाई 2022) को गोवा में कुल 11 कांग्रेस विधायकों में से पांच ने पार्टी में बंटवारे की अटकलों को हवा देते हुए संपर्क से दूर हो गये थे। लेकिन उन्होंने सोमवार (11 जुलाई 2022) को शुरू हुए राज्य विधानसभा के मानसून सत्र में हिस्सा लिया और दावा किया कि विपक्षी दल ने उनके साथ कुछ भी गलत नहीं किया।
कांग्रेस के दस विधायक सोमवार रात पणजी (Panaji) में पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकुल वासनिक (Mukul Wasnik) की अध्यक्षता में हुई बैठक में भी शामिल हुए। मंगलवार को विधानसभा परिसर के बाहर कुछ पत्रकारों ने मुख्यमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता सावंत से प्रदेश कांग्रेस के घटनाक्रम के बारे में पूछा। सावंत ने आगे किसी भी सवाल का जवाब दिये बिना आगे बढ़ने से पहले कहा, “मैं दोहराता हूं कि कांग्रेस (Congress) विधायक दल में बगावत से भाजपा का कोई लेना-देना नहीं है।”
कांग्रेस के पांच विधायकों – माइकल लोबो (Michael Lobo), दिगंबर कामत, केदार नाइक, राजेश फलदेसाई और डेलियालाह लोबो (Rajesh Faldesai and Delilah Lobo) के रविवार को पार्टी संपर्क से दूर हो जाने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने वासनिक को गोवा जाने के लिये कहा था। कांग्रेस ने लोबो और पूर्व मुख्यमंत्री कामत (Former Chief Minister Digambar Kamat) पर सत्तारूढ़ भाजपा (BJP) के साथ ‘साजिश रचने और मिलीभगत’ करने का आरोप लगाया था ताकि पुरानी पार्टी की विधायी शाखा को बांटा जा सके। पार्टी ने 40 सदस्यीय राज्य विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद से भी लोबो को हटा दिया।