नई दिल्ली (देवागंना प्रजापति): दिल्ली पुलिस (Delhi Police) की स्पेशल सेल ने नई दिल्ली के भलस्वा डेयरी के पास खट्टा इलाके में मुठभेड़ के बाद कुख्यात गोगी गिरोह (Gogi Gang) के एक गुर्गें को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी की शिनाख़्त गोगी गैंग और बॉक्सर गैंग के शार्पशूटर भगवान सिंह (Sharpshooter Bhagwan Singh) के तौर पर हुई है। पुलिस ने बताया कि ये गिरोह लॉरेंस बिश्नोई (Lawrence Bishnoi) के लिये भी काम करता है। पुलिस ने आगे बताया कि गिरफ्तार शख़्स को पहले सरेंडर करने के लिये कहा गया लेकिन उसने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। स्पेशल सेल के जवानों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए उसके बायें पैर में गोली मारकर उसे काबू में कर लिया।
भगवान सिंह उर्फ मुकेश (उम्र 32 साल) रंगदारी, हत्या और फायरिंग जैसी कई वारदातों में शामिल रहा है। उसके खिलाफ कई मामले दर्ज हैं। दिल्ली पुलिस ने कहा कि- “गिरफ्तार भगवान सिंह उर्फ मुकेश वांछित अपराधी है और शाहबाद डेयरी (Shahbad Dairy) के इलाके में सनसनीखेज अपहरण और बाद में हत्या के मामले में वो फरार था। इस वारदात को उसने इसी साल मई महीने में अंज़ाम दिया था। जिसके बाद शाहबाद डेयरी पुलिस स्टेशन ने उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 365/302/34/201 के तहत एफआईआर नंबर 369/2022 दर्ज किया था।
दिल्ली पुलिस ने खुलासा किया कि मुखब़िर की जानकारी पर निशानदेही कर मुठभेड़ की योजना बनायी गयी। आज 2 अगस्त को लगभग 12.10 बजे बाइक पर सवार एक शख़्स (भगवान सिंह के रूप में पहचाना गया) को स्वरूप नगर (Swaroop Nagar) की ओर से आते हुए और लैंडफिल की ओर जाते हुए देखा गया। पुलिस टीम के सदस्यों ने अपनी पहचान बताकर उसे रूकने का इशारा किया लेकिन वो उलट कर भागने की कोशिश करने लगा, मौके पर मुस्तैद टीम ने उसे घेर लिया और आत्मसमर्पण करने को कहा, लेकिन भगवान सिंह ने अपनी पिस्टल से पुलिस टीम पर फायरिंग कर दी। टीम के सदस्यों ने आरोपी को काबू करने के लिये आत्मरक्षा में फायरिंग भी की, जिसमें उसका बायां पैर जख्मी हो गया। उसे तुरंत इलाज के लिये बाबू जगजीवन राम अस्पताल (Babu Jagjivan Ram Hospital) ले जाया गया।
मुठभेड़ के दौरान बदमाश ने तीन राउंड फायर किये और पुलिस टीम ने दो राउंड फायर किये। आरोपी के पास से 3 जिंदा कारतूस के साथ .32 की सेमी-ऑटोमैटिक पिस्टल बरामद की गयी है और उसे जहांगीरपुरी (Jahangirpuri) के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दिल्ली में आरोपी भगवान सिंह पहले भी सात से ज़्यादा आपराधिक मामलों में रहा है, जिसमें हत्या के दो मामले, हत्या के प्रयास के दो मामले, पुलिस पर हमले के दो मामले और हमला, चोट, धमकी, दंगा, चोरी और आर्म्स एक्ट के मामले में भी उसे नामजद किया गया है।
भगवान सिंह को आईपीसी की धारा 302/307/34/147/148/149 और आर्म्स एक्ट रोहिणी पुलिस स्टेशन (Rohini Police Station) 25 और 27 के तहत एफआईआर संख्या 888/2016 वाले हत्या के मामले में भी दोषी ठहराया गया है और आरोपी की अपील सजा के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय (Delhi High Court) में लंबित है।
पुलिस ने कहा कि जेल में हिरासत के दौरान भगवान सिंह गोगी गिरोह के सदस्यों के संपर्क में आया और उसके बाद वो गोरी गिरोह से जुड़ गया और अब उनके साथ काम कर रहा है। फिलहाल मामले की आगे की जांच जारी है।
बता दे कि 24 सितंबर को रोहिणी कोर्ट (Rohini Court) नंबर 207 में दो शूटरों ने गोगी गिरोह के जितेंद्र गोगी (Jitendra Gogi) की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस दौरान पुलिस की जवाबी कार्रवाई में दोनों शूटर भी मारे गये। पुलिस के मुताबिक गोगी और उसके सहयोगी हत्या, हत्या के प्रयास, जबरन वसूली, अवैध हथियार रखने, कारजैकिंग और जमीन हथियाने जैसी वारदातों में शामिल थे।