बिजनेस डेस्क (शौर्य यादव): मार्केट की उठापटक के बीच आज इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक (Equitas Small Finance Bank) अपना IPO लेकर आ रहा है। मौजूदा साल में निवेशकों ने IPO से बंपर कमाई की। IPO का ये इस साल 12 वां संस्करण है। अभी तक कम्पनी ने जितने भी IPO बाज़ार में उतारे में उनमें से कुछ की मार्केट परफॉर्मेंस लाज़वाब रही और कुछ की बेहद कमजोर। IPO ऑपनिंग आज से शुरू हो जायेगी, इसकी क्लोजिंग 22 अक्टूबर को है। सभी रिटेल इन्वेस्टर्स (Retail investors) 22 अक्टूबर तक इसमें इंवेस्ट कर सकेगें।
Equitas Holdings Limited की रेगुलेटरी फाइलिंग (Regulatory filing) के मुताबिक इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक IPO के जरिए 500 करोड़ रुपए जुटाने की मुहिम में लगा हुआ है। कंपनी की ओर से IPO का प्राइस बैंड 32-33 रुपए तय किया गया है। खुलने वाले आईपीओ के अन्तर्गत कंपनी 280 करोड़ रूपये के नये शेयर्स मार्केट में उतारेगी। कयास लगाये जा रहे है कि एक लॉट में 450 शेयर्स बाज़ार में उतारे जा सकते है। आगामी 2 नवंबर तक कंपनी की इश्यू लिस्टिंग हो सकती है। कंपनी की मौजूदा मार्केट रणनीति रिटेल डिपॉजिट (Retail deposit) पर टिकी हुई है। जिसका फायदा उसे लगातार मिल रहा है।
इस IPO में कंपनी 15.2 करोड़ शेयर बाजार बिक्री के लिए उतारेगी। जिसमें 8 करोड़ फ्रेश शेयर इश्यू किये जायेगें। 7.2 करोड़ बिक्री के उद्देश्य से निवेशक हासिल कर पायेगें। कंपनी IPO को इसी साल मार्च में लाने वाली थी। कोरोना महामारी और लॉकडाउन की वज़ह से इसे टालना पड़ा। इसके साथ ही इक्विटास ने मौजूदा आर्थिक हालातों को देखते हुए इश्यू का साइज भी आधा कर दिया। पहले इक्विटास 1000 करोड़ रुपए का इश्यू जारी करने वाला था।
शेयर्स के खरीद के लिए कैटेगरी निर्धारित की गयी है। क्वालिफाइ इंस्टीट्यूशनल बायर्स इस ऑफर के 50 फीसदी शेयर्स के लिए बोली लगा सकेगें। वहीं रिटेल इनवेस्टर्स 35 प्रतिशत और नॉन-इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (Non-institutional investors) 15 फीसदी शेयर्स खरीद सकेगें। शेयर्स के लॉट का साइज 450 है। इसलिए इसकी बिक्री के लिए 450 के मल्टीप्ल में ही बोली लगानी होगी। इक्विटास स्मॉल फाइनेंस बैंक माइक्रोफाइनेंसिंग के कारोबार (Microfinancing business) में काम करने वाली कंपनी है। इक्विटास होम, व्हीकल, MSE फाइनेंसिंग करती है। फिलहाल कंपनी के पास 853 बैंकिंग आउटलेट और 322 ATM हैं। कंपनी की एवरेज लोन साइज 4 लाख रुपए की है। निवेश विशेषज्ञों के मुताबिक मौजूदा वित्तीय हालातों को देखते हुए इक्विटास के शेयरों में की लिस्टिंग से बड़ा मुनाफा होना मुश्किल है। लिस्टिंग के दिन इसमें होने वाले फायदे की उम्मीद कम है। इसलिए आईपीओ लंबे वक्त तक सब्सक्राइब करना जरूरी रहेगा।