न्यूज़ डेस्क (नई दिल्ली): अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के मंत्रालय के तहत संपदा निदेशालय ने कांग्रेस (Congress) को कारण बताओ नोटिस भेजकर लुटियंस दिल्ली के चाणक्यपुरी में एक फ्लैट खाली करने के लिए कहा है, जिस पर पहले पार्टी प्रमुख सोनिया गाँधी (Sonia Gandhi) के सहयोगी विंसेंट गॉर्ज का कब्जा था। सूत्रों ने बताया कि 25 मार्च को जारी बेदखली नोटिस में निदेशालय ने फ्लैट नंबर सी-II/109 के “अनधिकृत कब्जे” को हरी झंडी दिखाई और कहा कि इसे खाली किया जाना चाहिए। नोटिस में कहा गया है कि आवास का आवंटन 2013 में निदेशालय ने रद्द कर दिया था।
अधिकारियों के अनुसार, चाणक्यपुरी (Chanakyapuri) संपत्ति में अधिक रहने के लिए कांग्रेस पर लगभग 3 करोड़ रुपये का नुकसान शुल्क लगाया जा सकता है। अधिकारियों ने कहा कि पार्टी को तीन कार्य दिवसों के भीतर नोटिस का जवाब देने के लिए कहा गया है।
नोटिस में व्यक्तिगत रूप से पेश होकर यह बताने को कहा गया है कि बेदखली का आदेश क्यों नहीं जारी किया जाए। नियम कहते हैं कि आवंटी व्यक्तिगत रूप से या विधिवत अधिकृत प्रतिनिधि के माध्यम से मामले से जुड़े सभी महत्वपूर्ण सवालों के जवाब देने के लिए अपने मामले के समर्थन में सबूत के साथ उपस्थित हो सकता है। अधिकारियों ने कहा कि यदि आवंटी कारण बताओ नोटिस का जवाब नहीं देता है या निर्धारित समय के भीतर पेश नहीं होता है, तो मामले का एकतरफा फैसला किया जाएगा।