न्यूज डेस्क (प्रियंवदा गोप): Gujarat Election 2022: पूर्व कांग्रेस नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) जिन्होंने इसी साल जून में पार्टी छोड़ दी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गये, ने कहा कि राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को चल रही “भारत जोड़ो यात्रा” के बजाय “कांग्रेस जोड़ो” की कवायदें करने की जरूरत है।
राहुल गांधी के चुनावी गुजरात में रैली करने के बारे में पूछे जाने पर पटेल ने कहा कि, “कांग्रेस को पहले भारत जोड़ो यात्रा के बजाय कांग्रेस (Congress) जोड़ो करना चाहिये। सवाल ये है कि राहुल गांधी चुनाव के बाद आयेगें या चुनाव से पहले। गुजरात के लोग कांग्रेस का जरा भी तव्जजों नहीं देगें।”
कांग्रेस पार्टी और उसके नेतृत्व पर गुजरातियों के अपमान का आरोप लगाते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि- “मैं कांग्रेस में रहा हूं और मुझे पता है कि कांग्रेस ने हमेशा गुजरातियों का अपमानित किया है। कांग्रेस ने गुजरात की पहचान और गौरव पर सवाल उठाया है। गुजरात लोग कांग्रेस को कभी स्वीकार नहीं किया और ना ही कभी करेंगे। कोई तुलना या लड़ाई नहीं है कांग्रेस के साथ भाजपा की। हमारा मकसद विकास के अपने मॉडल को और आगे ले जाना है।”
बता दे कि हार्दिक पटेल गुजरात के वीरमगाम (Viramgam) से बीजेपी के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं। चुनावी तैयारियों के बारे में बात करते हुए हार्दिक पटेल ने कहा कि- “बीजेपी की ओर से मुझे दी गयी जिम्मेदारी को निभाने के लिये मैं काम करूंगा। मेरी कोशिश सभी को साथ लेकर वीरमगाम से जीतने की होगी। मुझे विश्वास है कि वीरमगाम के लोग जीत हासिल करेंगे।”
इसी साल जून महीने में भाजपा में शामिल होने के दौरान हार्दिक पटेल ने कहा था कि- “मैं एक छोटे सिपाही के रूप में काम करूंगा। मैंने कभी किसी पद के लिये किसी के सामने कोई मांग नहीं रखी। मैं काम करने के लिये भाजपा में शामिल हो रहा हूं। जब लोग पीएम मोदी (PM Modi) की अगुवाई में देश में चल रहे विकास कार्यों से जुड़ रहे हैं, तब मुझे भी ऐसा ही करना चाहिये। पीएम मोदी पूरी दुनिया का गौरव हैं”
हार्दिक पटेल ने साल 2015 में अपनी सियासत शुरू की जब उन्होंने गुजरात में पाटीदार आरक्षण आंदोलन (Patidar Reservation Movement) की अगुवाई की थी। शुरुआत में पटेल ने पाटीदार समुदाय को ओबीसी (OBC) का दर्जा देने की मांग की। इसके बाद उनका आंदोलन आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (ईडब्ल्यूएस) के लिये आरक्षण की मांग में तब्दील हो गया। राज्य के राजनीतिक पटल पर उनके उभार ने तत्कालीन मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल (Anandiben Patel) को मुश्किल में डाल दिया, इसी के चलते साल 2016 में आनंदीबेन पटेल ने पद से इस्तीफा देना पड़ा।
साल 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले पटेल राहुल गांधी की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हो गये। तब उन्हें 2020 में गुजरात प्रदेश कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया गया। हालांकि उन्होंने कांग्रेस नेतृत्व पर अहम फैसले लेते समय उन्हें दरकिनार करने का आरोप लगाया और आखिर में उन्होनें साल 2022 में कांग्रेस पार्टी छोड़ दी।