न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): भारत में विलुप्त होने के 70 सालों से ज़्यादा वक्त के बाद आठ चीते आज (17 सितम्बर 2022) सुबह लगभग 8 बजे नामीबिया (Namibia) की राजधानी विंडहोक (Windhoek) से मध्य प्रदेश के ग्वालियर (Gwalior) में उतरे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने 72वें जन्मदिन के मौके पर मध्य प्रदेश के कुनो नेशनल पार्क (Kuno National Park) में इन चीतों को छोड़गें।
पीएम मोदी नई दिल्ली से ग्वालियर हवाई अड्डे पर पहुंचेंगे, जिसके बाद वो श्योपुर जिले (Sheopur District) के कुनो राष्ट्रीय उद्यान के लिये रवाना होंगे, जो कि लगभग 165 किमी दूर है और वो चीतों को क्वारंटीन बाड़ों में छोड़ देंगे। दो नर चीतों को एक क्वारंटीन बाड़े में छोड़ा जायेगा और दूसरे मादा चीतों को बगल के बाड़े में छोड़ा जायेगा। क्वारंटाइन बाड़े 50×30 मीटर के है और इन आठ बड़ी बिल्लियों के लिये ऐसे छह बाड़ो का इंतज़ाम किया गया हैं।
इस बीच कांग्रेस पार्टी (Congress Party) ने बीते शुक्रवार (16 सितम्बर 2022) को कहा कि ‘चीता प्रोजेक्ट’ का प्रस्ताव 2008-09 में तैयार किया गया था और तत्कालीन मनमोहन सिंह (Manmohan Singh) की अगुवाई वाली यूपीए सरकार (UPA Government) ने इसे मंजूरी दी थी। विपक्षी दल ने कहा कि साल 2013 में सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने चीतों की वापसी का मार्ग प्रशस्त करते हुए साल 2020 में इसे मंजूरी देने से पहले, परियोजना पर रोक लगा दी थी।
चीतों को लाने वाला विशेष कार्गो विमान नामीबिया की राजधानी से लगभग 10 घंटे की यात्रा के दौरान विशेष लकड़ी के बाड़े में चीतों को ले जाने के लिये खासतौर से तैयार किया गया है, इसके लिये बोइंग प्लेन (Boeing Plane) के इंटीरियर डिजाइन में बदलाव किये गये है। सफर के दौरान चीते बिना भोजन के रखा जायेगा खुला छोड़े जाने के बाद उन्हें खाने के लिये कुछ दिया जायेगा।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Chief Minister Shivraj Singh Chouhan) ने आज कहा कि राज्य के लिये चीतों की वापसी से बड़ा कोई उपहार है और इससे मप्र में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
बता दे कि मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल (Governor Mangubhai Patel) और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भोपाल से ग्वालियर एयरबेस के लिये रवाना हो गये हैं, जहां नामीबिया से चीतों और चालक दल को लेकर मालवाहक विमान आज उतरा। वरिष्ठ अधिकारियों ने पुष्टि की है कि चीतों को ले जाने वाला माल अभी ग्वालियर हवाई अड्डे पर उतरा है।
इस फ्लाइट को सुबह करीब 6.30 बजे लैंड करना था, लेकिन देरी हो गयी। इमीग्रेशन और अन्य औपचारिकताओं को पूरा करने लिये लगभग 30 मिनट लगा, जिसके बाद चीतों को वायु सेना के हेलीकॉप्टर पर रखा गया और इसके बाद चीतों को कुनो नेशनल पार्क में ले जाया गया।