न्यूज डेस्क (प्रियंवदा गोप): हैकर्स फोरम के इस दावे के बीच कि भारतीय रेलवे (Indian Railway) के तीन करोड़ से ज्यादा यूजर्स का डेटा डार्क वेब (Dark Web) पर बिक्री के लिये उपलब्ध है, मामले पर रेल मंत्रालय ने बुधवार (28 दिसंबर 2022) को कहा कि उसके किसी भी सिस्टम या संगठन में ऐसा कोई डेटा उल्लंघन नहीं हुआ है। दावों से इनकार करते हुए रेलवे ने आगे कहा कि भारतीय रेलवे खानपान और पर्यटन निगम (IRCTC) के डेटा का कोई उल्लंघन नहीं हुआ है।
हालांकि रेलवे ने आगे कहा कि आईआरसीटीसी ने अपने सभी व्यापारिक भागीदारों से तुरंत जांच करने के लिये कहा है कि क्या उनकी ओर से कोई डेटा लीक हुआ है। मामले पर मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि- “सैंपल डेटा के विश्लेषण पर ये पाया गया कि मुख्य पैटर्न IRCTC की हिस्ट्री एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफ़ेस से मेल नहीं खाता है। संदिग्ध डेटा उल्लंघन आईआरसीटीसी सर्वर से जुड़ा नहीं है। साझा किया गया संभावित डेटा भारतीय रेलवे के यात्रियों से जुड़ा हुआ नहीं हैं।”