एजेंसियां/न्यूज डेस्क (आस़िफ जैदी): Hajj 2022: सऊदी अरब के माउंट अराफात (Mount Arafat) में बीते शुक्रवार (8 जुलाई 2022) को सूरज निकलने के वक्त लगभग दस लाख मुस्लिम तीर्थयात्री अपने पापों का प्रायश्चित करने और अपने घर में शांति के लिये दुआ करने के लिये इकट्ठा हुए क्योंकि सलाना हज यात्रा अपने चरम पर थी।
सफेद कपड़े पहने तीर्थयात्री दया के चट्टानी पर्वत पर चढ़ गये, जो कि अराफात के मैदानों से साफ दिखता है, यहां से पैगंबर मोहम्मद साहब (Prophet Muhammad) ने अपनी आखिरी तकरीर दी थी। जलती हुई रेगिस्तानी धूप में कई लोगों ने छतरियों के साये में हज़ यात्रा को आगे बढ़ाया।
तीर्थयात्री सूर्यास्त तक मुजदलिफा मैदान (Muzdalifa Ground) में जाने से पहले रूकेंगे जहां वो शैतान के प्रतीक वाले खंभे पर पत्थर फेंककर शैतान को कंकड़ मारने की रस्म अदा करेगें। जमारत के रूप में जाना जाने वाला ये अनुष्ठान पत्थरबाजी, ईद उल-अद्हा (Eid al-Adha) के पहले दिन या बलिदान की दावत का प्रतीक है, जिसे दुनिया भर के मुसलमानों द्वारा शनिवार (9 जुलाई 2022) को मनाया जायेगा।
सऊदी अरब (Saudi Arab) ने कहा है कि कोविड-19 महामारी के कारण दो साल की बाधा के बाद इस साल एक मिलियन तीर्थयात्री, ज्यादातर विदेश से हज में हिस्सा लेंगे। पिछले दो सालों के दौरान अधिकारियों ने सिर्फ सऊदी निवासियों को हज करने की मंजूरी दी थी।
साल 2019 में महामारी से पहले के आखिरी सीज़न में कुछ 2.6 मिलियन तीर्थयात्रियों ने मक्का और मदीना (Mecca and Medina) में इस्लाम (Islam) के दो सबसे पवित्र स्थलों का दौरा किया और कुछ 19 मिलियन ने उमराह (Umrah) में हिस्सा लिया। सऊदी स्वास्थ्य मंत्रालय (Saudi Ministry of Health) के एक अधिकारी हानी जोखदार ने कहा कि अधिकारी किसी भी शुरूआती स्वास्थ्य चेतावनी का अनुमान लगाने और तेजी से दखल देकर संक्रमण रोकने के लिये निगरानी प्रणाली का इस्तेमाल कर रहे है।
खास बात ये है कि इस साल हज़ तीर्थयात्रियों को सऊदी सरकार व्यक्तिगत डेटा बारकोड के साथ रिस्टबैंड जारी कर रही है ताकि आपात स्थिति में तीर्थयात्री बारकोड स्कैन कर जरूरी जानकारी हासिल कर फौरी कार्रवाई की जा सके। बता दे कि कई हाज़ी यात्रा के दौरान भावुक दिखे आस्था में उनकी सराबोर दिखी। दुनिया और भाइचारे की सलामती के लिये कई हाज़ी परवरदिगार से दुआ करते दिखे।