लाइफ स्टाइल डेस्क (देविका चौधरी): आजकल लोग सेक्स (Sex) को लेकर काफी एक्सपेरिमेंटल हो गये है। इसके पीछे कई कारण है। कुछ लोग वाकई नया ट्रॉय करना चाहते है। कुछ लोग पोर्न फिल्मों से मोटिवेट होकर ऐसा करते है और कुछ दिमागी तनाव निकालने की चक्कर में ऐसा करते है। इन्हीं के बीच से उपजा है हेट सेक्स। सुनने में भले ही ये कुछ नया लग रहा हो लेकिन कई पश्चिमी मुल्क में रहने कपल्स इसे बेधड़क आजमाते है। ये एक तरह से प्यार, वासना और गुस्से का मिलाजुला रूप है। जिसमें लोग अपना गुस्सा वहशियाना तरीके से सेक्स कर निकालते है। हाल ही के सालों में ये कॉन्सेप्ट काफी मशहूर हुआ है।
जानिये हेट सेक्स के बारे में सबकुछ
- इस करते समय दोनों पार्टनर एक दूसरे से नफरत भरी नज़रों से देखते है और कोशिश करते है कि एक दूसरे को बुरी तरह दर्द से सके। फोर प्ले से लेकर इंटरकोर्स की सारी कवायद मन में गुस्सा, घिन्न और नफरत रखकर की जाती है। कुल मिलाकर इसमें बेदर्दी और बेरहमी रहती है। हेट सेक्स ज़्यादातर वो कपल्स करते है, जो एक दूसरे के साथ तो रहते है पर दोनों के बीच प्यार नहीं रहता। बेड परफॉर्मेंस करना दोनों की मज़बूरी बन जाता है। अक्सर दोनों की खीझ ताकिये, चादर और पोजीशंस में निकल जाती है। ऐसे में कई बार देखने में आता है कि गुस्सा और तनाव बिना लड़ाई झगड़े के ऑर्गेंज़्म पर आकर खत्म हो जाता है।
- सेक्स की ये विधा वो लोग भी अपनाते है। जिनके बीच में प्यार तो बहुत है लेकिन रूठने के कारण उनका रिलेशनशिप स्टेट्स हाल के दिनों में डगमगा रहा हो। दोनों एक दूसरे को टीज़ करके और वाइल्ड होकर अपना तनाव कम कर सकते है। ताकि उनके संबंध जल्द ही सामान्य हो जाये। सेक्सुअल रिलेशनशिप अगर बुरे दौर से गुजर रहा हो तो इसे आजमाने में कोई बुराई नहीं है। इससे कपल्स के बीच काफी हद गिले शिकवे खत्म हो जाते है। इसे करने के लिए दोनों पार्टनर को काफी रफ़ रहना होता है। स्ट्रॉन्ग पेनिट्रेशन और मर्सिलेस फोरप्ले (Strong penetration and Merciless foreplay) इसका हिस्सा है। ऐसे में खरोंचे और हल्की फुल्की चोटें लगना लाज़िमी है। इसके तहत आप अपने पार्टनर के साथ हर वो काम करे। जो उसे दर्द और तकलीफ देता हो।
- कई मर्तबा लंबे समय तक चलने वाली तनातनी में ये कुछ हद कर असरदार है। दोनों पार्टनर शुरूआत में काफी बेरहमी से हेट सेक्स शुरू तो करते है। ऑर्गेज़्म तक आते आते दोनों के बीच नज़दीकियां पनपने लगती है। छोटे मोटे घरेलू विवाद तो ये चट से सॉल्व कर सकता है। जिससे आपका रिश्ता दुबारा पटरी पर लौटने में मदद मिलती है। दोनों के बीच की निगेटिव फीलिंग स्ट्रोक, टीज़िंग और हार्ड रबिंग (Stroke, Teasing and Hard Rubbing) निकल जाती है। ध्यान रहे रिवेंज सेक्स टेम्प्रेरी रिलीफ़ के लिए लॉन्ग टर्म में इसका कोई फायदा नहीं होता। नॉर्मल लाइफ के दौरान भी इसे आजमाने में कोई बुराई नहीं है बल्कि एक नया ही अनुभव आपको होगा लेकिन दोनों पार्टनर्स के बीच अंडरस्टैडिंग का लेवल काफी हाई होना चाहिए साथ ही इससे होने वाले दर्द और वाहिशपने को सहने की हिम्मत होनी चाहिए।
- इसे करते समय ध्यान रखना चाहिए किसी को भी कोई बड़ी चोट ना आये। ये फिजिकल रिलेशन काफी ऐग्रेसिव नेचर का होता है। नफरत, गुस्सा और वासना का ये मिलाजुला रूप कभी कभी नियन्त्रण के दायरे से भी बाहर हो जाता है। जिसकी वज़ह से इसमें इमोशनल सॉफ्टनेस (Emotional softness) खत्म हो जाती है। अगर इस दौरान सेक्स टॉय के साथ हार्ड सेक्स किया जाये तो इंसानी शरीर में सेक्स के नाम खतरनाक दरिन्दगी दौड़ जाती है। इस करने के दौरान आप अपने पार्टनर की आंखों में नफरती तरीके से देखकर उसे ताने दे सकते है। जानबूझकर कोई ऐसी हरकत कर सकते है जिससे कि वो सिसक बुरी तरह पड़े।
- इसे ट्राय करने से पहले आपको दिमागी तौर पर तैयार रहना होगा। ये इतना इंटेनसिव होता है कि शरीर टूट कर बुरी तरह चूर हो सकता है। इसीलिए इसे सोच समझ कर आजमाये। एक्सपेरिमेंटल सेक्स की ये विधा कई मामलों में बुरी तरह फेल भी हो सकती है। जरूरी नहीं कि हर कोई इसे करके आपने पार्टनर से गिले शिकवे दूर कर सकता है। हां कई मामलों में कपल्स को इससे फायदा जरूर मिला है। अगर इससे फायदा महसूस ना हो तो आप और आपके पार्टनर को काउसिलिंग की जरूरत पड़ सकती है।