न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): Hate Speech Row: उत्तराखंड में पुलिस प्रशासन ने रूड़की (Roorkee) में धार्मिक सभा आयोजित करने के अनुरोध को जल्द ही ठुकराने का फैसला किया, इस तरह के विभिन्न आयोजनों से घृणास्पद भाषणों की खबरें सामने आने के बाद खासतौर से दिसंबर में हरिद्वार में एक सभा के दौरान ऐसा मामला देखा गया था।
हरिद्वार (Haridwar) में अभद्र भाषा के सिलसिले में उत्तराखंड पुलिस (Uttarakhand Police) को रुड़की में एक दक्षिणपंथी समूह द्वारा आयोजित किये जा रहे धार्मिक सम्मेलन को रद्द करने का कदम उठाने के लिये मजबूर होना पड़ा। हरिद्वार में भीड़ द्वारा उठे विवाद को देखते हुए पुलिस ने ऐसी घटनाओं को रोकने के लिये कई निषेधात्मक कदम उठाये।
मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, अभद्र भाषा विवाद के मद्देनजर पुलिस द्वारा अपनाये गये एहतियाती उपायों में निषेधाज्ञा लागू करना शामिल है, जिसमें बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगाना शामिल है। बीते बुधवार को रुड़की में धार्मिक सभा आयोजित करने का अनुरोध करने के बाद दक्षिणपंथी समूह (Right Wing Group) ने पुलिस बलों में खासा सावधानी बरत रही है। बता दे कि हाल ही में राज्य में कई धार्मिक जुलूसों में सांप्रदायिक हिंसा और झड़पें दर्ज की गयी हैं।
मामले पर वरिष्ठ पुलिस अधिकारी योगेश रावत (Senior Police Officer Yogesh Rawat) ने कहा कि, “इलाके में लगभग 200 कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल की नियुक्ति की गयी है। जिसमें 100 से ज़्यादा इंस्पेक्टर और सब इंस्पेक्टर भी शामिल हैं। इसके अलावा हमने पीएसी (PAC- Provincial Armed Constabulary) की पांच कंपनियों को भी डेप्यूटिड किया गया है।”
योगेश रावत ने आगे कहा कि- “सुप्रीम कोर्ट पूरे मामले की जांच कर रहा है, इसलिए हम नरमी नहीं बरत सकते। सब कुछ कोर्ट के कानूनी नियमों और निर्देशों के तहत किया जायेगा।” बता दे कि सुप्रीम कोर्ट मौजूदा हालात में हरिद्वार और दिल्ली के बुराड़ी (Delhi’s Burari) में अभद्र भाषा की घटनाओं के संबंध में याचिकाओं पर सुनवाई कर रहा है।
गौरतलब है कि दिसंबर में यति नरसिंहानंद (Yati Narasimhananda) ने हरिद्वार में एक धार्मिक कार्यक्रम को संबोधित किया, जहां उन्होंने खुले तौर पर मुसलमानों के “नरसंहार” का आह्वान किया। दक्षिणपंथी समूह हिंदू युवा वाहिनी (Hindu Yuva Vahini) द्वारा आयोजित दिल्ली के बुराड़ी में भी ऐसी ही एक घटना दर्ज की गयी थी।
इसके अलावा रामनवमी और हनुमान जयंती (Ram Navami and Hanuman Jayanti) के अवसर पर देश भर में सांप्रदायिक हिंसा की कई घटनाएं भी दर्ज की गयी। दिल्ली, मध्य प्रदेश, गुजरात, पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों में जुलूस निकाले जाने के दौरान दो समुदाय विशेष के बीच हिंसक झड़पें हुईं।