न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): राजद (RJD) की बैठक के बीच में हाई वोल्टेज ड्रामा तब शुरू हुआ जब पार्टी के सीनियर नेता और लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) के बेटे तेज प्रताप यादव ने पार्टी की बैठक के बीच में ही ये दावा किया कि पार्टी के एक अन्य नेता ने उन्हें गाली दी और उनके साथ बसलूकी भी की। तेजप्रताप यादव (Tej Pratap Yadav) जो अक्सर अपने गुस्से, नखरे और राजनीतिक क्षेत्र में फूट के लिये जाने जाते हैं, को राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के राष्ट्रीय महासचिव श्याम रजक को आड़े हाथों लेते हुए और पार्टी की बैठक बीच छोड़ते हुए देखा गया।
नाराज तेजप्रताप यादव पार्टी नेता श्याम रजक (RJD National General Secretary Shyam Rajak) पर उन्हें गाली देने और अपने कर्मचारियों के साथ बदसलूकी करने का आरोप लगाते हुए देखे गये। यादव ने आगे मीडिया से बात करते हुए रजक को “भाजपा-आरएसएस” से जुड़ा कहा और दावा किया कि ऐसे नेताओं को “पार्टी से बाहर कर दिया जाना चाहिये”।
लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे ने कहा कि, “श्याम रजक ने आज मुझे, मेरे निजी सहायक और मेरी बहन को गाली दी, जब मैंने उनसे मुलाकात कार्यक्रम के बारे में पूछा। मेरे पास ऑडियो रिकॉर्डिंग है और मैं इसे अपने सोशल मीडिया अकाउंटस पर डालूंगा। ऐसे बीजेपी-आरएसएस (BJP-RSS) वालों को संगठन से बाहर कर देना चाहिये।
घटना के बारे में पत्रकारों से बात करते हुए रजक ने एक दोहे का हवाला दिया जिसका मतलब है कि “अमीर और प्रभावशाली कभी गलती नहीं करते” बाद में वो बेहोश हो गिर गये और ब्लड़ प्रेशर के चलते उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
श्याम रजक ने आगे कहा था कि उन्हें कुछ भी कहने का अधिकार नहीं है क्योंकि वो “दलित हैं”। मीडिया से बात करते हुए रजक आगे कहा कि, “मुझे इस पर कोई टिप्पणी नहीं करनी है। वो जो कहना चाहता है वो कह रहे है क्योंकि वो ताकतवर है, मैं दलित (Dalit) हूं, कुछ नहीं कह सकता।”
इस बीच राजद की बिहार इकाई प्रमुख जगदानंद सिंह (Jagdanand Singh), जिनके बारे में कहा जाता है कि जब से उनके बेटे सुधाकर सिंह (Sudhakar Singh) को नीतीश कुमार सरकार में मंत्री पद छोड़ने के लिये कहा गया था, वो किसी भी बैठक में शामिल नहीं हुए। सुधाकर सिंह, हालांकि उस बैठक में शामिल हुए जिसे पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव, उनके बेटे और बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और शरद यादव (Tejashwi Yadav and Sharad Yadav) ने संबोधित किया था।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी में जगदानंद सिंह की गैरमौजूदगी के बारे में पूछे जाने पर पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद मनोज झा (Rajya Sabha MP Manoj Jha) ने इस मामले को कमतर आंकते हुए कहा कि बिहार इकाई के प्रमुख के पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के साथ घनिष्ठ संबंध हैं। ऐसे में इस तरह के सवाल बेबुनियादी है।