Hindenburg’s Report Impact: अडानी ग्रुप के शेयरों को हुआ 100 बिलियन डालर से ज्यादा का नुकसान

बिजनेस डेस्क (राजकुमार): हिंडनबर्ग की रिसर्च रिपोर्ट (Hindenburg’s Research Report) जारी करने के बाद से अडानी ग्रुप के शेयरों में 100 बिलियन अमरीकी डालर से ज्यादा की सीधी गिरावट दर्ज की गयी। न्यूयॉर्क की शॉर्ट सेलिंग फर्म ने भारतीय बंदरगाहों से ऊर्जा व्यापार करने वाले अडानी ग्रुप (Adani Group) पर वित्तीय और अकाउंटिंग धोखाधड़ी का आरोप लगाया है। एशिया के सबसे अमीर शख़्स गौतम अडानी की अगुवाई वाले ग्रुप ने रिपोर्ट को दुर्भावनापूर्ण और झूठ से भरा बताते हुए सभी आरोपों से इनकार किया है।

ये मुद्दा संसद में भी उठा क्योंकि विपक्षी दलों ने इस पर बहस की मांग की और अडानी ग्रुप की कंपनी के शेयरों में धोखाधड़ी-आरोप-ट्रिगर रूट की संयुक्त समिति द्वारा जांच कराने की मांग की। हंगामे के कारण इसी मुद्दे पर आज (2 फरवरी 2023) लोकसभा और राज्यसभा (Lok Sabha and Rajya Sabha) दोनों में कार्यवाही स्थगित करनी पड़ी।

बता दे कि अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) ने पिछले 8 वर्षों में 5 सीएफओ (मुख्य वित्तीय अधिकारी) बदले है, इससे साफ हो जाता है कि हिंडनबर्ग की रिसर्च के दावों में दम है। अडानी एंटरप्राइज़ और अडानी टोटल गैस के इंडीपेंडेंट ऑडिटर शाह धनधरिया एंड कंपनी (Independent Auditors Shah Dhandhariya & Co.) नाम की एक छोटी फर्म है। उनकी कोई वेबसाइट नहीं है। कंपनी के सिर्फ 4 भागीदार और 11 कर्मचारी है।

गौतम अडानी के भाई राजेश और विनोद और बहनोई समीर वोरा (Sameer Vora) ग्रुप की कंपनियों और ऑफश्योर संस्थाओं में शीर्ष प्रबंधन पदों पर हैं। इन तीनों पर गंभीर धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है और अतीत में इन्हें गिरफ्तार किया गया है। विनोद अडानी (Vinod Adani) 38 मॉरीशस में रजिस्टर्ड कंपनियों का कामकाज देखते है। जिनके ऑप्रेशंस या कर्मचारियों के बारे में कोई साफ जानकारियां नहीं है, ये सभी कंपनियां एक ही पते पर पंजीकृत हैं और इनकी कोई सार्थक ऑनलाइन मौजूदगी नहीं है।

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