स्पोर्ट्स डेस्क (नई दिल्ली): 2020 टोक्यो ओलंपिक (Tokyo Olympics) में स्वर्ण पदक के लिए भारत की पुरुष हॉकी (Hockey) टीम का सपना टूट गया क्योंकि मंगलवार को टोक्यो में विश्व की नंबर 2 चैंपियन कही जाने वाली बेल्जियम टीम ने मनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली टीम को 5-2 से हरा दिया। भारत अब कांस्य पदक के लिए मुकाबला करेगा।
अलेक्जेंडर हेंड्रिक्स (Alexander Hendricx) मैच के स्टार बने क्योंकि ड्रैग-फ्लिक विशेषज्ञ ने हैट्रिक बनाकर बेल्जियम को जीत दिलाई, जबकि भारत ने पहले 2-1 की बढ़त बना ली थी।
बेल्जियम ने शुरुआती बढ़त ले ली क्योंकि लुइक लुयपर्ट ने शुरुआती पेनल्टी कार्नर से मारा। हालांकि भारत ने वापसी की और हरमनप्रीत सिंह ने पेनल्टी कार्नर पर बराबरी की, इसके बाद आठवें मिनट में मनदीप सिंह ने स्ट्राइक की। इसके बाद हेंड्रिकक्स ने बराबरी की और दूसरा क्वार्टर 2-2 से समाप्त हुआ।
विन्निंग गोल अंतिम क्वार्टर में चौथे मिनट में आया जब लगातार तीन पेनल्टी कार्नर के बाद हेंड्रिक नेट के पीछे नज़र आये। कुछ मिनट बाद हेंड्रिकक्स ने पेनल्टी स्पॉट से गोल करके भारत की किस्मत पर मुहर लगा दी।
इसके बाद आर्थर वान डोरेन ने अंतिम मिनट में पांचवां गोल करके भारत की मुश्किलों पर पानी फेरते हुए इसे 5-2 कर दिया।
बेल्जियम ने चार जीत और एक ड्रॉ के साथ ग्रुप स्टैंडिंग में शीर्ष पर रहते हुए पसंदीदा के रूप में सेमीफाइनल में प्रवेश किया। भारत पूल ए में ऑस्ट्रेलिया के बाद दूसरे स्थान पर है।
इससे पहले रविवार को मनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली टीम ने क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन को 3-1 से हराकर सेमीफाइनल में जगह बनाई थी।
भारतीय हॉकी टीम का खेलों में 11 ओलंपिक पदकों के साथ एक समृद्ध इतिहास रहा है, लेकिन उसने आखिरी बार 1980 के मास्को खेलों में स्वर्ण पदक जीता था। कुल मिलाकर, भारत ने 1928 और 1964 के बीच सात ओलंपिक स्वर्ण पदक (gold medals) जीते, केवल 1960 के फाइनल में हारकर रजत पदक (silver medal) जीता।