न्यूज डेस्क (यथार्थ गोस्वामी): होलिका अष्टक (Holika Ashtak) लगने के साथ ही विशेष सिद्धियां अभिमंत्रित करने का समय शुरू हो जाता है। इसके तहत आम लोग सहित विशेष साधक कुछ खास मंत्रों का इस्तेमाल करके मनोवांछित फल की प्राप्ति कर सकते हैं। होली के मौके पर तंत्र और मंत्र की विशेष ऊर्जायें काफी सक्रिय रहती हैं। ऐसे में मात्र थोड़े से ही प्रयासों से इन्हें सिद्ध किया जा सकता है। जो कि जातक या उपासक को स्वास्थ्य लाभ, करियर में तरक्की, व्यापार में सफलता और विदेश यात्रा आदि को सफल बनाने में खास तौर से कारगर होते हैं। अगर कोई लंबे समय से बीमारी से पीड़ित चल रहा है तो उसे भी काफी आराम मिलता है। आइये जाने होली पर अभिमंत्रित किये जाने वाले विशेष मंत्र
सुख, समृद्धि और कामयाबी के लिए
अहकूटा भयत्रस्तै:कृता त्वं होलि बालिशै: अतस्वां पूजयिष्यामि भूति-भूति प्रदायिनीम:
निरोगी काया के लिए
वंदितासि सुरेन्द्रेण ब्रह्मणा शंकरेण च। अतस्त्वं पाहि मां देवी! भूति भूतिप्रदा भव।।
विपत्तिनाश के लिए
राजीव नयन धरें धनु सायक। भगति विपति भंजन सुखदायक।।
सम्पूर्ण मनोकामनापूर्ति के लिए
ऊँ ह्रीं क्लीं क्रौं ओम् घंटाकर्ण महावीर !
लक्ष्मीं पूरम पूरम सुख सौभाग्यं कुरू कुरू स्वाहा ।
कारोबार में बढ़ोत्तरी के लिए
भंवर वीर ! तू चेला मेरा । खोल दुकान कहा कर मेरा ।
उठे जो डंडी, बिके जो माल भंवर की सौ नहीं जाए ।।
लक्ष्मी महामाई के प्रसन्न करने के लिए
आए देवि दक्षिणी ! तिन वर्ण की लक्ष्मी, गे लक्ष्मी ब्रह्मा के मात्र रिद्ध सिद्ध हमारे हाथ । आव लक्ष्मी कर जाप, जन्म जन्म के हर पाप ।
अन्न पुराने अन्नपूर्ण, घ्रीत पुरावे महेश। नीलेश्वर के नेउंता दिन्हा। दस पावे पंच दृय होय जय । दोहाई सिद्ध पुरूष काहा, लक्ष्मी काहा ।।