न्यूज़ डेस्क (विश्वरूप प्रियदर्शी): PM fund के दुरुपयोग का आरोप के चलते कांग्रेस (Congress) पार्टी से जुड़े तीन संस्थानों पर अब गृहमंत्रालय ने शिकंजा कस लिया है। हाल ही सामने आया था कि, राजीव गांधी चैरिटेबल ट्रस्ट (Rajiv Gandhi Charitable Trust), इंदिरा गांधी मेमोरियल ट्रस्ट (Indira Gandhi Memorial Trust) और राजीव गांधी फाउंडेशन (Rajiv Gandhi Foundation) को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी से विदेशी फडिंग हासिल होती है।
इसी के मद्देनज़र जांच के लिए विशेष अंतर मंत्रालयी समिति का गठन किया गया है। जांच की प्रक्रिया विदेशी चंदा विनियामक अधिनियम (FCRA) और ने मनी लांड्रिंग रोकथाम अधिनियम (PMLA) के अन्तर्गत की जायेगी। इन्फोर्समेंट डायरेक्टरेट के स्पेशल डायरेक्टर इस जांच कमेटी के मुखिया होगें।
गांधी परिवार से जुड़े इन ट्रस्टों में सोनिया गांधी, पूर्व पीएम मनमोहन सिंह (Manmohan Singh), राहुल गांधी (Rahul Gandhi), पी. चिंदबरम (P.Chidambram) और प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) सदस्यों के तौर पर शामिल है। कथित संस्थानों की वित्तीय रिपोर्ट्स के मुताबिक इन्हें बीजिंग से और दिल्ली स्थित चीनी दूतावास से सीधे चंदा हासिल होता है।
सूत्रों के मुताबिक जरूरत पड़ने पर जांच एजेंसी ने विस्तृत ऑडिटिंग करने की तैयारी भी कर ली है। जैसे ही ये मामला सामने आया तो, कांग्रेसी प्रवक्ता मनीष तिवारी (Manish Tiwari) भाजपा हमलावर हो गये उन्होनें कहा- केन्द्र सरकार का ये कदम पूर्वाग्रहों से भरा हुआ है। ये साफतौर पर मनमानी, गैरकानूनी और दुर्भावनापूर्ण राजनीतिक कार्रवाई है। सरकार अपना ध्यान चीन और कोरोना से लड़ने की बजाय कांग्रेस पर लगा रही है।
हाल ही में भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया था कि, साल 2005 से 2008 के दौरान राजीव गांधी फाउंडेशन को पीएम राष्ट्रीय राहत कोष का पैसा हासिल हुआ था। इसके साथ ही यूपीए शासन काल के दौरान कांग्रेस से जुड़े प्रतिष्ठानों को वित्तीय देने के लिए मंत्रालयों और सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों को बाध्य किया गया। साथ ही कई बड़े कॉर्पोरेट घरानों ने भी भारी भरकम रकम इन तीनों संस्थाओं को दान के तौर पर दी।
मामले की सच्चाई क्या ये जांच की नतीज़े आने के बाद ही पता चल सकेगा। फिलहाल कांग्रेसी खेमे में गृहमंत्रालय के इस जांच को लेकर भारी बौखलाहट देखी जा रही है। कागजातों के आधार ही तय हो पायेगा कि चीन से कांग्रेस को पैसा मिला या नहीं। फिलहाल देखना ये भी दिलचस्प रहेगा कि, कांग्रेस पार्टी जांच में कितना सहयोग करती है।
गौरतलब है कि देश का प्रतिष्ठित गांधी परिवार नेशनल हेराल्ड (National Herald) घोटाले में भी ज़मानत पर बाहर है।