न्यूज डेस्क (श्री हर्षिणी सिंधू): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे (Purvanchal Expressway) के उद्घाटन से पहले समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आज (16 नवंबर 2021) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर निशाना साधा और आरोप लगाया कि सपा शासन के दौरान हुए विकास कार्यों का श्रेय चुराने की कोशिश भारतीय जनता पार्टी कर रही है।
अखिलेश यादव ने ट्विटर पर समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) द्वारा शुरू किये गये कामों का श्रेय छीनने का हर संभव प्रयास करने के लिये केंद्र और राज्य में मौजूदा सत्तारूढ़ सरकार का मखौल उड़ाया। सपा सुप्रीमों ने ट्विट कर लिखा कि- फ़ीता आया लखनऊ से और नयी दिल्ली से कैंची आई, सपा के काम का श्रेय लेने को मची है ‘खिचम-खिंचाई’ आशा है अब तक अकेले में बैठकर लखनऊवालों ने ‘समाजवादी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे’ की लंबाई का आँकड़ा रट लिया होगा। सपा ‘बहुरंगी पुष्पवर्षा’ से इसका उद्घाटन करके एकरंगी सोचवालों को जवाब देगी।
अखिलेश यादव के आरोप लगाये जाने के बाद कई सपा कार्यकर्ताओं ने पूर्वांचल एक्सप्रेसवे पर साइकिल चला और रिबन काटकर सांकेतिक उद्धाटन किया।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार (16 नवंबर 2021) को सुल्तानपुर जिले के करवल खीरी में पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे का उद्घाटन करेंगे। उद्घाटन के बाद भारतीय वायु सेना द्वारा सुल्तानपुर जिले में एक्सप्रेसवे पर निर्मित 3.2 किमी लंबी हवाई पट्टी पर एक एयर शो किया जायेगा ताकि इमर्जेंसी हालातों में भारतीय वायु सेना (Indian Air Force) के लड़ाकू विमानों की लैंडिंग और टेक-ऑफ की जा सके।
341 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे लखनऊ-सुल्तानपुर रोड (एनएच-731) पर स्थित ग्राम चौदसराय जिला लखनऊ से शुरू होता है और उत्तर प्रदेश-बिहार सीमा से 18 किलोमीटर पूर्व में राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 31 पर स्थित गांव हैदरिया पर खत्म होता है।
एक्सप्रेसवे 6-लेन चौड़ा है जिसे भविष्य में 8-लेन तक बढ़ाया जा सकता है। लगभग 22,500 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत से बना पूर्वांचल एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के पूर्वी हिस्से के आर्थिक विकास को बढ़ावा देने के लिये तैयार किया गया है। ये लखनऊ, बाराबंकी, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, आजमगढ़, मऊ और गाजीपुर को खासतौर से जोड़ेगा।
अगले साल की शुरुआत में चुनाव उत्तर प्रदेश में विधानसभा होने वाले है, ऐसे में माना जा रहा है कि 341 किलोमीटर लंबा पूर्वांचल एक्सप्रेसवे 403 विधानसभा सीटों पर बेहतरीन पॉलिटिकल माइलेज (Political Mileage) दिलवा सकता है। जिसे लेकर अब सियासत काफी गर्माती हुई दिख रही है।