न्यूज डेस्क (दिगान्त बरूआ): भारतीय वायु सेना (Indian Air Force- IAF) ने आज एक नयी वेपन सिस्टम ब्रांच बनाने का ऐलान किया। ये ब्रांच ग्राउंड बेस्ड और हवा से लॉन्च की गयी हथियार प्रणालियों के हमलों को संभालेगी। इसी मुद्दे पर आज (8 अक्टूबर 2022) वायु सेना दिवस के मौके पर एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी (Air Chief Marshal VR Choudhary) ने कहा कि, “ये ऐलान करते हुए खुशी हो रही है कि केंद्र सरकार ने वायुसेना में अधिकारियों के लिये नयी हथियार प्रणाली शाखा के निर्माण को मंजूरी दे दी है। आजादी के बाद ये पहली बार है कि एक नयी ऑप्रेशनल ब्रांच बनायी जा रही है।”
उन्होंने कहा कि नई वेपन सिस्टम ब्रांच (Weapon Systems Branch) जरूरी तौर पर इन चार खासियतों पर आधारित होगा, जिनमें सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों, सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइलों, दूर से संचालित विमान और हथियार प्रणाली ऑपरेट करने वाले वायुयोद्धा होगें। वायुसेना प्रमुख ने कहा कि इस शाखा के बनने से उड़ान प्रशिक्षण पर कम खर्च के कारण 3,400 करोड़ रूपये से ज्यादा की बचत होगी।
मामले पर रक्षा मंत्रालय (Ministry of Defence) ने कहा कि एक नई शाखा के निर्माण के लिये सभी हथियार प्रणाली ऑपरेटरों को एक यूनिट के तहत इंटीग्रेट करना होगा। ये सभी ग्रांउड बेस्ड और विशेषज्ञ हवाई हथियार प्रणालियों के ऑप्रेशंस के लिये डेडिकेटिड है। भारतीय वायु सेना की युद्ध क्षमता को बढ़ाकर ये शाखा काफी योगदान देगी
बनने वाली नयी ब्रांच में वेपन सिस्टम ऑपरेटर्स भी शामिल होंगे, जो ट्विन इंजन या एसयू -30 एमकेआई जैसे चालक दल के विमानों में उड़ान भरेंगे। बता दे कि फ्लाइट लेफ्टिनेंट तेजस्वी (Flight Lieutenant Tejashwi) में इस समय IAF में सिर्फ एकमात्र महिला वेपन सिस्टम ऑपरेटर (WSO- Weapon System Operator) है।