न्यूज डेस्क (ज्योति): चीजें रखकर भूल जाना एक आम बात-सी है, लेकिन अगर ये आपका रोज काम है तो आपको इस बात पर गौर फरमाने की ज़रुरत हैं कि कही आपको अल्जाइमर (Alzheimer) तो नही? अल्जाइमर एक ऐसा रोग है जो मस्तिक पर गहरा असर डालता है। अगर कोई शख़्स इस समस्या की चपेट में आ जाता है तो इसका असर सीधा उसकी याद्दश्त पर पड़ता है। इसकी झलक रोज़ाना के कामों पर भी दिखती है।
आपको बता दें कि ये डिमेंशिया का सबसे नॉर्मल टाइप हैस जो इंसान की याद्दश्त पर सीधी चोट करता है।
आज हम आपको अल्जाइमर से बचने के कुछ आसान तरीके बताने जा रहे है, जिससे आप अल्जाइमर को खुद से दूर कर सकते हैं।
खाली बैठना
एक कहावत है” खाली दिमाग शौतान का घर होता है” ये तो आपने सुना ही होगा। इसलिए अपने दिमाग को खाली न छोड़े बल्कि कुछ नया सीखने की आदत डालें। इससे आपका दिमाग सक्रिय रहेगा। खाली बैठना आपकी सेहत के साथ- साथ आपके दिमाग के लिए भी अच्छा नहीं है।
नशा करना
शराब पीना तो किसी के लिए भी अच्छा नही होता इससे जितना दूर रहेंगे, उतना आपकी हैल्थ के लिए अच्छा होगा। अगर आप लगातार नशा करते हैं तो इसका सीधा असर आपके दिमाग पर पड़ता है। जिससे अल्जाइमर होने का डर भी काफी बढ़ जाता है। आप डाइट में ताजे फल, हरी सब्जियां और ड्राई फ्रूट्स (Dry Fruits) को जरूर शामिल करें।
तनाव लेना
आज स्ट्रेस फ्री लाइफ (stress free life) जीना हर किसी का सपना बन गया हैं, लेकिन इस भागदौड़ भरी जिंदगी में स्ट्रेस फ्री लाइफ जीना थोड़ा मुश्किल सा हो गया है। एक स्टडी के मुताबिक तलाक, किसी अपने की मौत या नौकरी खोने जैसे जीवन के तनावपूर्ण तर्जुबों के कारण मध्य आयु वर्ग की महिलाओं में याद्दश्त की कमी और अल्जाइमर्स रोग का खतरा बढ़ जाता है।
कम सोना
कम सोना लोगों की आदत सी बन गई हैं। लोग रातभर जागकर मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं। जिसका सीधा असर नींद पर पड़ता है। इसलिए आपको भरपूर नींद लेनी चाहिए।
मोबाइल पर निर्भरता
रिसर्चर के मुताबिक अल्जाइमर की बीमारी में मस्तिष्क के वे हिस्से कमजोर होते हैं। जो आपको दिन में एक्टिव रखते हैं। यही वज़ह है कि चीजें भूलने के हालातों में आने से पहले ही अल्जाइमर से पीड़ित व्यक्ति दिन में अत्यधिक झपकी लेने लगता हैं। इस रिपोर्ट में ये भी पाया गया कि दिन में एक्टिव रखने वाले मस्तिष्क के हिस्से ताउ (Tau) नाम के प्रोटीन से क्षतिग्रस्त हो जाते हैं। इसके कारण अमाइलॉइड प्रोटीन (Amyloid Protein) के बजाय Tau प्रोटीन अल्जाइमर की बीमारी में बड़ा रोल प्ले करता है।