नई दिल्ली (विश्वरूप प्रियदर्शी): भारत में कोरोना महामारी के बचाव के लिए अब जल्द ही वैक्सीन (Corona Vaccine) उपलब्ध होने जा रही है। जिसके लिए कोल्ड स्टोरेज और लॉजिस्टिक चैन को तैयार कर मेडिकल स्टॉफ को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसी क्रम में अब केन्द्र सरकार ने वैक्सीन वितरण के लिए नियम-कायदों को तैयार कर लिया है। जिसका पालन करते हुए आम जनता कोरोना का टीका हासिल कर सकेगी। जाहिर तौर पर टीकाकरण अभियान की शुरूआत फ्रंटलाइन कोरोना वॉरियर्स, हेल्थकेयर वर्क्स (Health care worker), सीनियर सिटीजन और गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों को दिया जायेगा।
केन्द्र सरकार की ओर से जारी नयी गाइडलाइन में, इसे मामले को लेकर और स्पष्ट आ गयी है। जिसमें कोरोना वैक्सीन के वितरण और उसे लगाने से जुड़े नियमों का जिक्र किया गया है। टीकाकरण के पहले चरण में तकरीबन 30 करोड़ लोगों को कोरोना वैक्सीन मुहैया करवायी जायेगी। जिसके लिए अस्पताल या क्लिनिक में टीकाकरण केन्द्र तैयार किया जायेगा। टीकाकरण अभियान को सघन बनाने के लिए मोबाइल साइट्स (Mobile sites) का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। वरिष्ठ नागरिकों के पहचान करने के लिए केन्द्र सरकार चुनाव आयोग की मदद लेगी। जिससे सीनियर सिटीजन की पहचान कर, उन तक टीका पहुँचाने में काफी आसानी होगी।
गंभीर बीमारी से जूझ रहे लोगों की जानकारी स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की मदद से एकत्र की जायेगी। टीकाकरण के लिए पैरामिलिट्री फोर्सेज के कैंपों, पोलिंग बूथों, कम्युनिटी हॉल्स (Community halls), पंचायत बिल्डिंग और रेलवे अस्पतालों का इस्तेमाल भी टीकाकरण केन्द्र के तौर पर किया जा सकता है।
कोरोना टीकाकरण के अहम नियम
- केन्द्र सरकार ने वैक्सीन वितरण के लिए कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (Co-WIN) सिस्टम बनाया है। इसकी सहायता से टीके के स्टॉक और वितरण से जुड़े रियल-टाइम अपडेट्स मिलेगें।
- वैक्सीन पाने के लिए इस पर पंजीकरण करवाना होगा। जिसके लिए वोटर आईडी, आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, और पेंशन संबंधी दस्तावेज़ों का अपलोड करना होगा।
- वैक्सीन किन लोगों को मिलेगी, किन लोगों ने इसके लिए किन लोगों ने रजिस्टर किया है। इसकी सूचना इसी माध्यम से दी जायेगी। टीका हासिल करने वाले लोगों की अर्हतायें (Eligibility) जांच कर उन्हें कब तक और कैसे टीका दिया जायेगा। इसकी जानकारी भी इस पर उपलब्ध करवायी जायेगी।
- वैक्सीन लगने के बाद 30 मिनट तक लोगों को सघन निगरानी में रखा जायेगा। जिसके लिए लोगों को पर्याप्त समय निकालकर टीकाकरण केन्द्र पर पहुँचना होगा।
- टीकाकरण केन्द्र पर तीन चरणीय व्यवस्थाओं को रखा गया है। जहां पहले चरण में लोगों को प्रतीक्षा कक्ष में रखा जायेगा। दूसरे चरण में कोरोना वैक्सीन दी जायेगी और अन्तिम चरण में तकरीबन आधे घंटे तक लोगों को मेडिकल निगरानी में रखा जायेगा।
- सभी टीकाकरण केन्द्रों पर सोशल डिस्टेंसिंग और कोरोना गाइडलाइंस को सख़्ती से पालन करना अनिवार्य होगा। एक केन्द्र पर एक दिन के भीतर सिर्फ 100 लोगों को ही वैक्सीन लगायी जायेगी। यदि किसी इलाके में कोल्ड स्टोरेज और लॉजिस्टिक्स चैन की सुविधा बेहतरीन हो तो इस संख्या को बढ़ाकर 200 तक किया जा सकता है।
- सभी प्रदेशों को जिले में टीका वितरण करने के लिए एक ही उत्पादक की वैक्सीन इस्तेमाल करने का निर्देश दिया गया है। नियम के मुताबिक एक जिले में हर बार एक ही उत्पादक की वैक्सीन प्रयोग करना है ताकि अलग-अलग वैक्सीन के इस्तेमाल से बचा जा सके।
- वैक्सीन से जुड़ी दवाई को सूरज की सीधी रोशनी में ना रखने के नियम भी जारी किये गये है। इससे वैक्सीन की कारगर क्षमता बनी रहेगी।
- टीकाकरण करने वाली टीम में पांच सदस्यों को शामिल किया जायेगा। जिसमें एक महिला को होना जरूरी रहेगा।
- जिन टीकों का इस्तेमाल टीम नहीं कर पायेगी, उन्हें व्यवस्थित ढंग से मेडिकल टीम आइस पैक के साथ कोल्ड चेन में वापस भेजेगी।