न्यूज़ डेस्क (नई दिल्ली): केंद्रीय पर्यावरण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर (Union Environment Minister Prakash Javadekar) ने रविवार को विभिन्न शहरों में प्रदूषित क्षेत्रों के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए लोगों से SAMEER App डाउनलोड करने की अपील की।
अपने फेसबुक लाइव (Facebook live) सत्र में, जावड़ेकर ने कहा, “मैं हर किसी को SAMEER App डाउनलोड करने की अपील करता हूं। यह आपको देश भर के विभिन्न शहरों में प्रदूषित क्षेत्रों के बारे में पूरी जानकारी देगा। यह उन क्षेत्रों की पहचान करता है जहां लाल निशान के साथ भारी प्रदूषण होता है।” उन्होंने लोगों को सार्वजनिक परिवहन या ई-वाहनों का उपयोग करने के लिए भी प्रोत्साहित किया क्योंकि वे स्वयं इलेक्ट्रिक वाहन का उपयोग करते है।
जावड़ेकर ने कहा, “वर्तमान में, हमारे देश में दो लाख से अधिक ई-वाहनों का उपयोग किया जा रहा है। ई-वाहन भारत में लोकप्रिय हो रहे हैं और हमें उनका उपयोग करना चाहिए या हमें सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करना चाहिए। मैं खुद ई-वाहन का उपयोग करता हूं।”
प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए केंद्र द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा कि प्रदूषण फैलाने वाले लगभग 60-70 थर्मल प्लांट (thermal plants) दो साल में समाप्त हो जाएंगे। “25-60 प्रतिशत के आसपास सरकार ने प्रदूषण स्तर को कम करने के लिए BS-VI ईंधन की शुरुआत की है। सरकार ने थर्मल पावर प्लांट को चरणबद्ध तरीके से अगले दो सालों में 60-70 ऐसे थर्मल प्लांट को बंद करने की योजना बनाई है जिनके चलते दिल्ली में प्रदुषण लगातार बढ़ रहा है।”
उन्होंने कहा कि देश में वायु प्रदूषण बढ़ने वाले प्रमुख कारक यातायात (Traffic), उद्योग (Industries), अपशिष्ट (waste), धूल (Dust), मल (stubble), भूगोल और मौसम विज्ञान (geography and meteorology) हैं।
उन्होंने कहा, “प्रदूषण की समस्या को एक दिन में हल नहीं किया जा सकता है। प्रत्येक कारक से निपटने के लिए निरंतर प्रयासों की आवश्यकता है।”
मंत्री ने फेसबुक के दर्शकों को केंद्र सरकार द्वारा ने वायु प्रदूषण का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के लिए उठाए जा रहे क़दमों के बारे में सूचित किया।
मंत्री ने कहा कि पूर्वी और पश्चिमी परिधीय एक्सप्रेसवे (Eastern and Western Peripheral Expressway) के परिचालन ने दिल्ली से यातायात को रोककर भीड़ को कम किया है। जावड़ेकर ने यह भी कहा कि मेट्रो विस्तार ने भीड़भाड़ और प्रदूषण को कम करने में बहुत मदद की है।
मंत्री ने औद्योगिक उत्सर्जन (reduce industrial emissions) को कम करने के कदमों पर प्रकाश डाला, जिसमें बदरपुर और सोनीपत थर्मल पावर प्लांट (Badarpur and Sonipat Thermal Power Plants) को बंद करना, ईंट भट्टों को जिगजैग प्रौद्योगिकियों को बदलना (conversion to zig zag technologies in brick kilns), पीएनजी ईंधन पर स्विच (switching to PNG fuel) करने वाले 2,800 उद्योग और पेटोक और फर्नेस ऑयल पर प्रतिबंध (ban on petcoke and furnace oil) शामिल हैं।