न्यूज डेस्क (यामिनी गजपति): भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आज भविष्यवाणी करते हुए बताया कि इस साल मानसून के के दौरान बारिश सामान्य रहेगी, साथ ही जून महीने के अपेक्षाकृत शुष्क रहने की उम्मीद है। 1 जून से शुरू होने वाले चार महीने के मॉनसून सीज़न के लिये अपने पूर्वानुमान को अपडेट करते हुए, IMD ने कहा कि पूरे देश में सामान्य से कम 96 फीसदी बारिश की बौछारों पड़ेगी। हालांकि देश के उत्तर पश्चिमी हिस्सों में बहुत कम बारिश होने की संभावना है।
आईएमडी आगे ने कहा कि पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और राजस्थान (Western Uttar Pradesh and Rajasthan) समेत इन सभी इलाकों में पूरे सीजन के दौरान सामान्य से कम 92 फीसदी बारिश होने की संभावना है। अन्य सभी इलाकों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।
आईएमडी के मुताबिक अब मानसून के मौसम में अल नीनो (Al Nino) के बनने की 90 प्रतिशत से ज्यादा संभावना है। बता दे कि अल नीनो विषुवतीय प्रशांत महासागर (Equatorial Pacific Ocean) में सतही जल का असामान्य रूप से गर्म होने की कुरदती कवायद है, जो कि मानसून बारिश को दबाने की ताकत रखती है। इस असर का एक हिस्सा इस साल हिंद महासागर (Indian Ocean) में साफ देखा जा सकेगा। हिंद महासागर के दो अहम इलाकों में इस सकारात्मक असर होगा।
पूरे देश में जून के महीने में बारिश में थोड़ी कमी रहने की संभावना है। आईएमडी ने कहा कि जून में सामान्य से कम 92 फीसदी बारिश होने की उम्मीद है। सीजन के बाकी तीन महीनों के लिये पूर्वानुमान बाद में जारी किये जायेगें।
जून महीने के भी सामान्य से ज्यादा गर्म रहने की संभावना है। आईएमडी ने कहा कि जून में अधिकतम और न्यूनतम दोनों तापमान सामान्य से अधिक रहेगा, जिसकी वज़ह से उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में ज्यादा दिनों तक लू थपेड़े महसूस किये जायेगें।