न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): IMD Weather Forecast: उत्तरी भारत के बाद दक्षिणी राज्यों को भी गर्मी की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है क्योंकि अप्रैल महीने की शुरुआत से ही तापमान लगातार बढ़ रहा है। इन राज्यों में अधिकतम तापमान में भी इज़ाफा दर्ज किया जा रहा है। मौसम विभाग ने कई राज्यों में तापमान में और बढ़ोतरी का अनुमान जताया। आईएमडी ने कई राज्यों में लू के हालातों की भविष्यवाणी भा की है।
आईएमडी के पूर्वानुमान के मुताबिक अगले पांच दिनों तक दिल्ली, जम्मू, हिमाचल प्रदेश, दक्षिण हरियाणा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और मध्य प्रदेश (Rajasthan and Madhya Pradesh) के ज़्यादातर हिस्सों में तेज लू चलने की संभावना है। इसके साथ ही इन राज्यों में अधिकतम तापमान में भी इज़ाफा होगा। ऐसे में लोगों को भंयकर गर्मी (Scorching Heat) का सामना करना पड़ सकता है।
हालांकि इसके अलावा मौसम विभाग ने कुछ राज्यों में बारिश की भी संभावना जतायी है। आईएमडी के मुताबिक मेघालय, असम, अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, पश्चिम बंगाल (West Bengal) के ज्यादातर हिस्सों में 8 अप्रैल तक बारिश के हालात बन रहे हैं। इस दौरान इन राज्यों में भारी बारिश हो सकती है।
वहीं बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) से सटे भारतीय इलाकों में अगले कुछ दिनों तक मौसम तूफानी रहेगा। इस दौरान 65 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवायें चल सकती हैं। साथ ही इन इलाकों में बारिश भी हो सकती है। दिल्ली में जारी भीषण गर्मी के और बढ़ने की संभावना है और कम से कम अगले छह दिनों तक कोई राहत मिलने की उम्मीद नहीं है।
दिल्ली में अधिकतम तापमान आज (6 अप्रैल 2022) 40 डिग्री सेल्सियस और शुक्रवार तक इसके 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है। पिछले हफ़्ते बुधवार को अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो इस सीजन का अब तक का सबसे ज़्यादा तापमान है।
मौसम केंद्रों ने बीते मंगलवार (5 अप्रैल 2022) रिज (वंदे मातरम मार्ग), नजफगढ़ (Najafgarh), पीतमपुरा और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स के आसपास के इलाकों में अधिकतम तापमान क्रमश: 40.4 डिग्री सेल्सियस, 40.2 डिग्री सेल्सियस, 40.6 डिग्री सेल्सियस और 40.7 डिग्री सेल्सियस तापमान भंयकर लू के साथ दर्ज किया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अधिकारियों ने कहा कि लंबे समय से बारिश नहीं होने की वज़ह से उत्तर पश्चिम भारत में गर्म मौसम के हालात गंभीर हो गये है। अगले पांच दिनों में उत्तर पश्चिम भारत और मध्य प्रदेश (North West India and Madhya Pradesh) के ज़्यादातर हिस्सों में लू चलने की प्रबल संभावना है।