नई दिल्ली (शौर्य यादव): क्या आप कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) के लिये जा रहे है। इसलिये आपके लिये ये जानना जरूरी है कि जर्मनी की म्यूनिख यूनिवर्सिटी और इटली के एक शोध संस्थान ने अपनी नयी स्टडी में चौंकाने वाली जानकारी दी है। इसमें कहा गया है कि गलत तरीके से वैक्सीन लगाने से शरीर में रक्त का थक्का जम सकता है। अध्ययन में कहा गया है कि एडिनो वायरस से विकसित किये गये कोविड के टीके कई देशों में गलत तरीके से दिये जा रहे हैं।
एडिनोवायरस (Adenovirus) जानवरों और मनुष्यों में पाया जाने वाला एक वायरस है और ये वायरस बुखार, निमोनिया और डायरिया जैसी बीमारियों का कारण भी है। इस वायरस का इस्तेमाल वैक्सीन बनाने में भी किया जाता है और फिलहाल तीन ऐसे टीके हैं, जो इसकी मदद से तैयार किये गये हैं।
इन्हीं में से एक है एस्ट्राजेनेका, जिसे भारत में कोविशील्ड के नाम से जाना जाता है। दूसरा है स्पुतनिक वी जो रूस की वैक्सीन है और तीसरी है जॉनसन एंड जॉनसन की वैक्सीन। कोविशील्ड और स्पूतनिक वी मौजूदा वक़्त में देश में इस्तेमाल की जा रही है। इस स्टडी में कहा गया है कि वैक्सीन लगाने का तरीका सही नहीं है और अगर इस टीके को मांसपेशियों पर नहीं लगाया जाता है तो रक्त के थक्के जमने का खतरा बढ़ जाता है।
जब टीके को आपके शरीर में सिरिंज से इंजेक्ट किया जाता है तो इसकी सुई की नोक मांसपेशियों तक पहुंचनी चाहिये। लेकिन कई मामलों में ये देखा गया है कि टीका लगाने के लिये पहले त्वचा को खींचा जाता है और फिर टीका लगाया जाता है। वैक्सीन मांसपेशियों तक पहुंचने के बजाय रक्त वाहिकाओं में ही रुक जाती है।
रक्त वाहिकायें हमारे शरीर में रक्त की वे धमनियां होती हैं, जिससे मदद से शरीर में रक्त का प्रवाह बना जाता है और इस नये अध्ययन में ये पाया गया है कि लोगों को रक्त वाहिकाओं में टीकाकरण के कारण रक्त के थक्के (Blood Clots) जमने की शिकायत हो रही है। तो अगली बार जब आप वैक्सीन लेने जाये तो इस बात का पूरा ख्याल रखें कि आपको कैसे टीका लगाया जा रहा है।
अगर आप कोविशील्ड या स्पूतनिक वी (Covishield or Sputnik V) हासिल कर रहे हैं तो त्वचा को खींचकर टीका लगाने की कोई आवश्यकता नहीं है। अगर ऐसा होता है तो आप आपत्ति ज़ाहिर कर सकते हैं और टीकाकरण केंद्र पर मौजूद स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को सूचित कर सकते हैं।
Corona Vaccination टीकाकरण से जुड़ी क्या करें और क्या न करें की पूरी लिस्ट
1. केंद्र और राज्य सरकारों द्वारा स्थापित टीकाकरण केंद्रों में जाकर ही टीका लगवायें। अगर कोई आपसे कहे कि वो अपनी टीम भेजकर आपके घर पर टीका लगवायेगा तो ऐसे लोगों की बातों में न आये क्योंकि इससे आप धोखाधड़ी का शिकार हो सकते हैं और इस बात की भी संभावना रहती है कि आपको गलत टीका लग जाये।
2. टीका लगवाते समय ये जरूर जांच लें कि आपको कौन सा टीका दिया जा रहा है। केंद्र सरकार का कहना है कि टीका लगाने से पहले हर व्यक्ति को ये बताना जरूरी है कि उसे कौन सा टीका लगवाया जा रहा है। आप अपने आप से ये भी पूछ सकते हैं कि क्योंकि टीकाकरण केंद्र के स्वास्थ्यकर्मी (Health Worker) ऐसा नहीं करते हैं।
3. टीका लगवाने के बाद आधे घंटे तक टीकाकरण केंद्र पर रहें। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक टीकाकरण के आधे घंटे के अंदर ही इसके दुष्परिणाम नज़र आने लगते हैं। इसलिये भले ही आपको टीकाकरण केंद्र पर प्रतीक्षा करने के लिये नहीं कहा जाता है फिर भी आपको ऐसा करना चाहिये और देखना चाहिए कि क्या टीके का कोई दुष्प्रभाव है।
4. अगर आपको पहले से कोई बीमारी है या आप किसी बीमारी की दवा ले रहे हैं तो खुराक लेने से पहले डॉक्टर से जरूर बात करें।
5. आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि वैक्सीन लगवाने के बाद भी आप मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते रहें।
Corona Vaccination के वक़्त आपको क्या नहीं करना चाहिये
1. अपॉइंटमेंट लेने के बाद वैक्सीन जरूर लगवाये वरना वैक्सीनेशन स्लॉट (Vaccination Slot) बेकार हो जायेगा।
2. टीका लगवाते समय स्वास्थ्य कर्मियों को ये बताना सुनिश्चित करें कि आपको पहले से कोई बीमारी है या नहीं और आपने उस समय कोई दवा ली है या नहीं। इसका सीधा असर टीकों के साइड इफेक्ट में देखने को मिलेगा इसलिये इस बात को हल्के में न लें।
3. टीका लगवाने के 24 घंटे पहले तक शराब का सेवन न करें।
4. वैक्सीन के साइड इफेक्ट होने पर आपको खुद डॉक्टर बनने की जरूरत नहीं है। बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा न लें।
5. अपने टीकाकरण प्रमाणपत्र (Vaccination Certificate) को सोशल मीडिया पर साझा न करें क्योंकि इसका दुरुपयोग हो सकता है।