न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): Indian Railway: पिछले कुछ दिनों में दुनिया भर में ओमाइक्रोन वैरिएंट (Omicron variant) का डर काफी तेज हो गया है, पूरे भारत के हवाई अड्डों ने अंतर्राष्ट्रीय यात्रियों के लिये कोरोना प्रतिबंधों को कड़ा कर दिया है। अब न सिर्फ हवाई अड्डे, बल्कि भारतीय रेलवे ने भी नये COVID-19 के इस नये वेरियंट के लिये कमर कसने का फैसला किया है।
भारतीय रेलवे ने अब देश में ओमाइक्रोन वेरियंट के किसी भी संभावित फैलाव से निपटने के लिये एहतियाती कदम उठाना शुरू कर दिया है। एक आधिकारिक बयान में भारतीय रेलवे ने कहा कि वो हालातों की समीक्षा कर रहे हैं और उन जरूरी चीज़ों का स्टॉक कर रहे हैं जिनकी आवश्यकता हो सकती है अगर महामारी की तीसरी लहर का असर हो।
बीते बुधवार (1 दिसंबर 2021) को रेलवे ने कहा कि वो पीएसए संयंत्रों (PSA Plants) की लगातार निगरानी कर रहा है, ऑक्सीजन सिलेंडर (Oxygen Cylinder) का पर्याप्त स्टॉक बनाए हुए है। पीपीई किट और टेस्टिंग सामग्री की उपलब्धता सुनिश्चित कर रहा है। आगे कहा गया है कि रेलवे ने आईसीयू बेड तैयार करना शुरू कर दिया है और सभी रेलकर्मियों को टीका लगाने पर तेजी से काम हो रहा है।
रेलवे द्वारा किये जाने वाले उपायों के संबंध में रेलवे संगठन (Railway Organization) के सभी जोनों और प्रोडक्शन यूनिट को फरमान जारी कर दिया गया है। इस फरमान में भारतीय रेलवे ने कहा है कि नये कोरोना वेरियंट का प्रसार चिंता का सब़ब है। सभी इकाई प्रमुखों और महाप्रबंधकों को पीएसए संयंत्रों से जुड़े लंबित कार्यों को जल्द से जल्द पूरा करने को कहा गया है। अधिकारियों को पीएसए संयंत्रों और वेंटिलेटर के उचित रखरखाव और कामकाज की निगरानी करने के लिये भी कहा गया है।
भारतीय रेलवे ने अपनी अधिसूचना में कहा कि आवश्यक आपूर्ति का उचित बफर स्टॉक बनाये रखा जायेगा, जिसमें सीओवीआईडी-19 दवायें, आवश्यक पीपीई किट और सीओवीआईडी -19 टेस्टिंग किट शामिल है। रेलवे के सभी कर्मचारियों का भी जल्द से जल्द टीकाकरण किया जाये।
भारतीय रेलवे द्वारा आधिकारिक अधिसूचना में आगे कहा गया है कि, "आईसीयू और गैर-आईसीयू दोनों क्षमताओं में बाल चिकित्सा के साथ-साथ सीओवीआईडी -19 बिस्तरों की पर्याप्त संख्या को बनाये रखा जाना चाहिये।" अब तक भारत में ओमाइक्रोन वायरस का कोई साफतौर पर कोऋई मामला सामने नहीं आया है। केंद्र ने अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर यात्रा दिशानिर्देशों को कड़ा करने के लिये राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कई नये दिशानिर्देश जारी किये हैं। दिशानिर्देशों के मुताबिक सभी जोखिम वाले देशों के मुसाफिरों पर कड़ी निगरानी रखी जायेगी।