स्पोर्ट्स डेस्क (दिगान्त बरूआ): ब्रिसबेन में IND vs AUS बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भारतीय टीम ने बादशाहत कायम की और कंगारूओं को उन्हीं घरेलू मैदान पर धूल चटा दी। भारतीय टीम ने 2-1 खिताबी मुकाबला अपने नाम कर लिया। इस मैच में ऑस्ट्रेलिया ने 328 रनों का लक्ष्य भारतीय टीम को दिया था। जिसका पीछा करते हुए सात विकेट खोकर टीम ने जीत हासिल की। अजिंक्य रहाणे की कप्तानी में ऋषभ पंत और शुभमन गिल ने शानदार बल्लेबाज़ी का मुज़ाहिरा किया। इस सीरीज़ के दौरान आस्ट्रेलियाई खेमे की ओर से भारतीय टीम पर लगातार दबाव बनाने के लिए जमकर स्लेजिंग की गयी। जिसका ज़वाब भारत ने सीरीज़ पर कब़्जा कर दिया।
इस सीरीज़ के दौरान भारतीय खेमे के कई दिग्गज़ खिलाड़ी बुरी तरह चोटिल रहे। दूसरी ओर ऑस्ट्रेलियाई अपनी शानदार टीम लेकर मैदान में उतरी थी। आखिरी मैच में तो भारतीय बॉलिंग अटैक (Indian bowling attack) ऑस्ट्रेलियाई टीम के सामने बेहद नया नवेला था। जिसके बेहद कम तर्जुबा था। गेंदबाज़ी की कमान मोहम्मद सिराज के हाथों में दे गयी। ये फैसला भारतीय टीम के पक्ष में रहा। सीरीज़ के आखिरी टेस्ट मैच की दूसरी पारी में मोहम्मद सिराज ने पांच विकेट झटककर कंगारूओं को ऑल आउट करने में अहम भूमिका निभाई। आस्ट्रेलिया के गाबा मैदान पहली बार भारतीय टीम ने आस्ट्रेलियाई टीम को पटखनी दी।
इस जीत के साथ ही भारत के खिलाफ टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया का अजेय रहने का रिकॉर्ड भी ध्वस्त हो गया। भारत ने सिलसिलेवार तरीके से दूसरी मर्तबा ऑस्ट्रेलिया को उसी को घरेलू मैदान पर हराया। भारत ने साल 2018-19 के दौरान टेस्ट सीरीज में कंगारूओं को 2-1 से हारकर सीरीज पर कब़्जा किया था। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीतने में भारत ने हैट्रिक लगाई। बीती दो सीरीज भी भारतीय टीम ने शानदार तरीके से जीती थी। इस मैच में टीम इंडिया ने कई चोटी के दिग्गज़ खिलाड़ियों की गैर-मौजूदगी में इतिहास रचा।
विकेटकीपर ऋषभ पंत इस सीरीज़ की बदौलत सबसे कम पारियों में 1000 रन बनाने वाले इंडियन विकेटकीपर बने। मैच पंत ने स्पिनर नाथन लायन के बॉलिंग अटैक को बखूबी खेला। चेतेश्वर पुजारा के साथ मिलकर वो रन जोड़ते चल गये। साथ ही अपनी तीसरी हाफ सेंचुरी भी पूरी की। मीडियम पेसर मयंक अग्रवाल (Medium pacer mayank agarwal) बतौर बल्लेबाज़ नई गेंद को समझ पाने में नाकाम रहे और क्रीज पर ज़्यादा देर टिक नहीं पाये। इसके बाद दूसरे छोर से बल्लेबाज़ी का दरोमदार वॉशिंगटन सुंदर ने संभाला। दोनों ने मिलकर भारतीय टीम को जीत दिलाई। इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समेत कई लोगों ने ट्विट कर भारतीय टीम को बधाई दी।