न्यूज डेस्क (शाश्वत अहीर): बीते वीकेंड में लंदन में भारतीय मिशन (Indian Mission in London) के बाहर हिंसक प्रदर्शन के जवाब में भारत ने आज (22 मार्च 2023) ब्रिटिश उच्चायोग (British High Commission) और दूत के अपार्टमेंट के बाहर सुरक्षा कम करना शुरू कर दिया। गुजरे रविवार (19 मार्च 2023) को खालिस्तान समर्थक कार्यकर्ताओं लंदन में भारतीय उच्चायोग (Indian High Commission) की बालकनी पर चढ़ गये और इमारत से तिरंगा नीचे खींचकर उतार दिया। जिससे हिंसक विरोध-प्रदर्शन हुआ।
लंदन पुलिस (London Police) के देर से आने से भारतीय पक्ष में खासा गुस्सा देखा गया, इस तथ्य के बावजूद कि भारत ने खुफिया रिपोर्टों के जरिये ब्रिटिश सरकार को चेतावनी दी थी कि खालिस्तान समर्थक कार्यकर्ताओं की रैलियां हिंसक हो सकती हैं। उप उच्चायुक्त क्रिस्टीना स्कॉट (Deputy High Commissioner Christina Scott) को लंदन में भारतीय मिशन के खिलाफ अलगाववादी और चरमपंथी ताकतों की ओर से की गयी गतिविधियों पर कड़ी शिकायत ज़ाहिर करने के लिये रविवार देर रात भारत सरकार के विदेश मंत्रालय में तलब किया गया।
भारतीय पक्ष ने ब्रिटिश सुरक्षा की पूरी तरह से गैरमौजूदगी के लिये स्पष्टीकरण की मांग की है जिसने खालिस्तान समर्थक तत्वों को मिशन के मैदान तक पहुंच को बनाया और ब्रिटेन सरकार से आग्रह किया है कि वो इसमें शामिल प्रत्येक शख़्स की शिनाख्त करने, गिरफ्तार करने और दंडित करने के लिये तुरन्त कार्रवाई करें।
भारत सरकार ने भी ब्रिटेन (Britain) को वियना कन्वेंशन (Vienna Convention) के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं की याद दिलाई और अनुरोध किया कि इस घटना को दुबारा होने से बचने के लिये कड़े कदम उठाये जाये। साथ ही सोमवार को भारतीय राजनयिकों ने खालिस्तान के विरोध प्रदर्शन के दौरान अपने सैन फ्रांसिस्को वाणिज्य दूतावास (San Francisco Consulate) में तोड़फोड़ का विरोध किया।