नई दिल्ली (शौर्य यादव): पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (POK) में चुनाव करवाने के मुद्दे को लेकर नई दिल्ली इस्लामाबाद पर अवैध कब्जे को छिपाने की कवायद करार दे रहा है। इस मुद्दे को लेकर भारत ने पाकिस्तानी अधिकारियों के सामने विरोध दर्ज कराया है और अवैध रूप से कब्जे वाले इलाके को खाली करने के लिए कहा।
बीते गुरुवार (29 जुलाई 2021) को मीडिया ब्रीफिंग के दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि तथाकथित चुनावों की कवायद का स्थानीय लोगों ने विरोध किया और इसे खारिज कर दिया। उन्होंने आगे कहा कि, “मैं साफ कर दूं। पाकिस्तान के अवैध कब्जे वाले भारतीय इलाके में तथाकथित चुनाव पाकिस्तान द्वारा अपने अवैध कब्जे और इन इलाकों में उसके द्वारा किये गये जमीनी छेड़छाड़ (Ground Tampering) की कोशिशों को छिपाने से ज़्यादा कुछ नहीं है।
पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में हाल ही में हुए चुनावों में भारी विरोध और धांधली की खबरें आयी। इन तथाकथित चुनाव में इमरान खान की पीटीआई ने 25 सीटें जीतकर बहुमत हासिल किया। भारत ने कब्जे वाले इलाके में चुनावी कवायदों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है और कहा कि इस मुद्दे पर पाकिस्तान का कोई स्थानीय पक्ष नहीं है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि, इस्लामाबाद (Islamabad) की इस तरह गुमराह करने की कोशिशें और छिपाने की कवायदें ना ही तो पाकिस्तान के अवैध कब्जे (illegal possession) के छिपा सकती है और ना ही मानवाधिकारों के गंभीर उल्लंघन को। भारतीय पक्ष ने पाकिस्तानी अधिकारियों के सामने इस बात का कड़ा विरोध दर्ज कराया है। इन इलाको में रहने वाले लोग भी पाकिस्तान की इन हरकतों के विरोध में है। जिसे पीओके के आम लोगों ने पूरी तरह खाऱिज कर दिया है।
उन्होनें आगे कहा कि, इन कब्ज़े वाले इलाकों में रहने वाले लोगों की आजादी का दबाया जा रहा है। इन भारतीय क्षेत्रों पर पाकिस्तान का कोई अधिकार नहीं है। हम पाकिस्तान से अपने अवैध कब्जे वाले सभी भारतीय क्षेत्रों को खाली करने का आह्वान करते हैं। पाकिस्तान द्वारा 25 जुलाई को कराये गये चुनाव के खिलाफ स्थानीय लोगों ने भारी विरोध प्रदर्शन किया। जिसमें कई स्थानीय लोग कथित तौर पर घायल हुए हैं और पाकिस्तान की सत्ताधारी पार्टी (Ruling Party) ने इन चुनावों में बड़े पैमाने पर हेरफेर किया।