न्यूज डेस्क (शौर्य यादव): भारतीय रेलवे (Indian Railway) की Public Sector Unit इंडियन रेलवे फाइनेंस कॉरपोरेशन (Indian Railway Finance Corporation-IRFC) आज से निवेशकों के लिए खुलने जा रहा है। मार्केट में ये पहला मौका है, जब किसी NBFC पीएसयू का आईपीओ बाज़ार में उतरने जा रहा है। 18 जनवरी से 20 जनवरी तक खुले रहने वाले इस आईपीओ के माध्यम से IRFC ने करीबन 4600 करोड़ रुपये इकट्ठा करने का लक्ष्य निर्धारित कर रखा है। कंपनी की ओर से इस आईपीओ का प्राइस बैंड 25-26 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया गया है। मार्केट के कई जानकार इस आईपीओ को लेकर पॉजिटिव अप्रोज बनाये हुए है।
IRFC भारतीय रेलवे को फंड मुहैया करवाने वाली अहम् संस्था है। कंपनी की क्रेडिट रेटिंग काफी मजबूत है। CRISIL और CRISIL A1+ ने IRFC को AAA की रेटिंग दी है। वित्तीय वर्ष 2018 से 2020 के दौरान कंपनी का राजस्व 21 फीसदी और लाभ 26 प्रतिशत की दर से बढ़ा। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में मोदी सरकार का ध्यान परिवहन और इंफ्रास्ट्रक्चर (Transport and Infrastructure) पर केन्द्रित रहेगा साथ ही आगामी बजट में रेलवे का बजट आंबटन भी बढ़ेगा। जिससे काफी का वित्तीय प्रदर्शन पुख़्ता तौर पर बेहतरीन होगा। इन सभी बातों को ध्यान में रखते हुए निवेशक लंबी अवधि के लिए इसमें निवेश करना बेहिचक पसन्द करेगें।
कंपनी के पास कई एंकर इंवेस्टर्स (Anchor Investors) है। जिनमें कुवैत इंवेस्टमेंट अथॉरिटी, बीएनपी परिबास, मॉनीटरी अथॉरिटी और Goldman Sachs खासतौर से शामिल है। इन सभी को IRFC द्वारा तकरीबन 53.45 करोड़ रूपये के शेयर अलोकेट किये गये है। फिलहाल कंपनी के पास कुल 31 एंकर इंवेस्टर्स जिनसे 1389 करोड़ रुपये एकत्र किये जा चुके है। जारी की गयी जानकारी के मुताबिक एंकर इंवेस्टर्स के लिए 26 रुपये प्रति शेयर के भाव से 53.45 करोड़ इक्विटी शेयर इन्हें आंबटित किये गये है। साथ ही सब्सक्रिप्शन के मद्देनज़र 178 करोड़ रूपये के शेयरों को आरक्षित रखा गया है।
10 रुपये की फेस वैल्यू पर आईआरएफसी के आईपीओ का प्राइस बैंड 25-26 रुपये प्रति शेयर निर्धारित किया गया है। ये आईपीओ 178.20 करोड़ शेयरों का होगा, जिसके तहत 118.80 करोड़ नए शेयर रिलीज किये जायेगें। सरकार की ओर से 59.40 करोड़ रूपये की सेल्स की पेशकश की जायेगी। मार्केट में आईपीओ लाने के लिए कंपनी ने जनवरी महीने के दौरान ही कागज़ात जमा करवाये थे। जारी किये जाने वाले एक लॉट में 575 इक्विटी शेयर होगें, जिसके लिए बिडिंग होगी। एक बार में ज़्यादा से ज़्यादा 13 लॉट के लिए आईपीओ में निवेश किया जा सकता है। साथ ही आईपीओ का 50 प्रतिशत इश्यू क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बॉयर्स के लिए आरक्षित किया गया है। 15 प्रतिशत गैर संस्थागत क्रयाकर्ताओं (Non institutional buyers) के लिए और 35 प्रतिशत खुदरा निवेशकों के लिए रिजर्व किया गया है।
साल 1986 के दौरान IRFC का गठन किया गया था। कंपनी भारतीय रेलवे के लिए वित्तीय संभावनायें तलाशते हुए निवेश करती है। रेलवे के परिचालन के लिए घरेलू और विदेशी बाज़ारों से भी फंड इकट्ठा करती है। केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित बजट के इतर होने वाले खर्चों का वहन करने का काम कंपनी के जिम्मे है। रेलवे मंत्रालय ने कंपनी का ए श्रेणी में दर्ज कर रखा है। साल 2017 के केन्द्रीय बजट में IRFC सहित भारतीय रेलवे से जुड़ी 4 कंपनियों को बाज़ार में लिस्टेड होने की मंजूरी दी गयी थी।