नई दिल्ली (समरजीत अधिकारी): भारतीय रेलवे (Indian Railway) का परिचालन कोरोनाकाल में बुरी तरह प्रभावित रहा। टिकट बुकिंग (Ticket Reservation) से लेकर डेडीकेटेड फ्रेट कॉरिडोर में मालढुलाई (Dedicated Freight Corridor) से जुड़ी सभी गतिविधियां तकरीबन थम सी गयी। अब देश धीरे-धीरे लॉकडाउन 5.0 के पड़ाव पर पहुँच गया है। ऐसे में भारतीय रेलवे अपने पुराने नियमों की ओर लौटने की तैयारी कर रही है। इसी बात के मद्देनज़र अब सभी रेलगाड़ियां को उनके निर्धारित गतंव्य स्थान से प्रस्थान करने के आधे घंटे पहले ही स्टेशन पर दूसरा रिजर्वेशन चार्ट लगा दिया जायेगा। कोरोनाकाल में लॉकडाउन के दौरान सीट आरक्षण में फेरबदलाव से जुड़े दूसरा रिजर्वेशन चार्ट को 2 घंटे पहले तैयार कर लिया जाता था।
अब रेलवे का ज़्यादा जोर कोरोना से पहले वाले ढर्रे पर काम करने का है। पहले की व्यवस्था के तहत रिजर्वेशन चार्ट (Reservation chart) ट्रेन छूटने से तकरीबन 4 घंटे पहले तैयार किया जाता था। इसमें उन सीटों के कन्फर्म होने का लेखा-जोखा होता था, जिन पर RAC और वेटिंग के तहत टिकट ली गयी होती थी। दूसरे रिजर्वेशन चार्ट के आधार पर ही कन्फर्म सीट पर हुई कैंसिल टिकटों और कोटा वाली सीटों (Cancelled tickets and quota seats) का आबंटन RAC और वेटिंग टिकटों वाले यात्रियों के लिए कर दिया जाता था।
अब आज से चलने वाली सभी ट्रेनों में यात्री आधे घंटे पहले टिकट बुक करा सकेगें। यदि उस रेलगाड़ी में उपलब्ध है तो। साथ ही दूसरा रिजर्वेशन चार्ट (Second Reservation Chart) चार्ट तैयार होने से पहले उसे रद्द भी करा सकेगें। पहले ये आधे घंटे की सीमा 2 घंटे हुआ करती थी। इसके लिए सभी जरूरी व्यवस्थाओं को पूरा कर लिया गया है। IRCTC की ऑनलाइन बुकिंग और PRS विंडो टिकट बुकिंग दोनों ही जगह इस नियम को बहाल कर दिया गया है। रेल सूचना प्रणाली केंद्र (Center of Railway information system) ने भी इस व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए अपने सॉफ्टवेयर में जरूरी बदलाव पूरे कर लिये है। गौरतलब है कि इसका सीधा फायदा उन यात्रियों को मिलेगा जो कि उन ट्रेनों में सफर करते है जिनमें आखिरी समय में भी टिकट की उपलब्धता बनी रहती है।