बिजनेस डेस्क (राजकुमार): भारतीय रेलवे (Indian Railway) जल्द ही माल की होम डिलीवरी की नयी सेवा शुरू करेगा। रेलवे ने पहले ही व्यक्तिगत और थोक ग्राहकों के लिये डोर-टू-डोर डिलीवरी सेवा का परीक्षण शुरू कर दिया है। भारतीय रेलवे कुरियर कंपनियों और ई-कॉमर्स कंपनियों की तर्ज पर सेवायें शुरू करने की योजना बना रहा है।
इसके लिए रेलवे एक ऐप बनाने और यूजर्स को क्यूआर कोड के साथ रसीद देने की योजना बना रहा है, जो उनके सामान को ट्रैक करने में उनकी मदद करेगा। ऐप या वेबसाइट अनुमानित शुल्क और डिलीवरी के लिये जरूरी वक़्त भी दिखायेगा।
भारतीय रेलवे भी बड़े पैमाने लॉजिस्टिक्स कारोबार (Logistics Business) पर अपनी पकड़ बनाने के लिये भारतीय डाक समेत दूसरे विभागों को इसमें शामिल करने की योजना का ब्लू प्रिंट तैयार कर रहा है। इस तरह की पहली सेवा इस साल जून-जुलाई तक दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) और गुजरात के साणंद सेक्टर (Sanand Sector of Gujarat) में शुरू की जायेगी।
इसके लिये रेलवे डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर कॉर्पोरेशन (DFCC) को अपने साथ लेकर आया है। भारतीय रेलवे ने भी अपने कुछ रेलवे जोन को मॉड्यूल विकसित करने का निर्देश दिया है। मुंबई में एक और टेस्ट रन की योजना है। इसके अलावा DFCC ने इस सेवा का इन-हाउस ट्रायल भी शुरू किया गया है।
इस तरह उठाये इस सेवा का लाभ
- भारतीय रेलवे की ओर से इन नयी सेवाओं का लाभ उठाने के लिये ग्राहकों को दो विकल्प दिये जायेगें।
- इस सेवा के तहत पैकेजेस की ड्रॉपिंग और बताये गये एड्रेस से पैकेजेस का पिकअप करना शामिल है।
- भारतीय रेलवे की ये लॉजिस्टिक्स सेवा ट्रांजिट अशायेरेंस स्कीम के तहत होगी।
- ये सेवा उन कंपनियों को कड़ी टक्कर देगी, जो कि सड़क के रास्ते कंसाइनमेंट एक जगह से दूसरी जगह ले जाते है।
- ऐप के जरिये यूजर्स को क्यूआर कोड के साथ रसीद दी जायेगी। जिसकी मदद से वो अपने कंसाइनमेंट को ट्रैक कर पायेगें।