बिजनेस डेस्क (राज कुमार): भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के आंकड़ों के मुताबिक 20 मई को खत्म हुए सप्ताह के दौरान लगातार 10 हफ्तों की गिरावट के बाद भारत का विदेशी मुद्रा भंडार (India’s forex reserves) 4.23 बिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 597.509 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया।
बीते 11 हफ़्तों में भारत के विदेशी मुद्रा भंडार में ये पहली बार इज़ाफा देखा गया है। 13 मई को समाप्त हफ़्ते में विदेशी मुद्रा भंडार में 2.676 बिलियन अमरीकी डालर की गिरावट दर्ज की गयी थी। 3 सितंबर 2021 को 642.453 बिलियन अमरीकी डालर (USD) के साथ अब तक के सबसे ऊंचे स्तर को छून के बाद भारत का विदेशी मुद्रा भंडार तेजी से गिर गया है।
भारतीय रिजर्व बैंक की वीकली स्टैटिकल सप्लीमैंट्री (Weekly Statistical Supplementary) के मुताबिक 20 मई को खत्म हुए हफ़्ते के दौरान विदेशी मुद्रा भंडार के सभी घटकों में आयी तेजी की वज़ह से विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों (Forex Assets) में उछाल दर्ज किया गया।
आरबीआई के आंकड़ों से पता चला कि भारत की विदेशी मुद्रा संपत्ति जो कि विदेशी मुद्रा भंडार का सबसे बड़ा घटक है, के समीक्षाधीन सप्ताह (Week Under Review) के दौरान 3.825 बिलियन अमरीकी डालर बढ़कर 533.378 बिलियन अमरीकी डालर हो गया।
अमेरिकी डॉलर के संदर्भ में ज़ाहिर की गयी विदेशी मुद्रा परिसंपत्तियों में विदेशी मुद्रा भंडार में रखे गए यूरो, यूके के पाउंड स्टर्लिंग और जापानी येन (Pound Sterling and Japanese Yen) जैसी गैर-डॉलर मुद्राओं में इन उतार-चढ़ावों में असर सीधा देखा गया। समीक्षाधीन सप्ताह (Review Week) के दौरान भारत स्वर्ण भंडार का मूल्य 253 मिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़कर 40.823 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (IMF- International Monetary Fund) में भारत की रिजर्व पोजिशन 51 मिलियन अमरीकी डॉलर बढ़कर 5.002 बिलियन अमरीकी डॉलर पर पहुँच गयी और अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ भारत के विशेष आहरण अधिकार (ADR- Special Drawing Rights) का मूल्य खत्म हुए हफ़्ते के दौरान 102 मिलियन अमरीकी डॉलर से बढ़कर 18.306 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गया। बता दे कि आरबीआई के ये सभी आंकड़े 20 मई का खत्म हुए हफ़्ते के बाद सामने आये।