न्यूज डेस्क (समरजीत अधिकारी): गृह मंत्रालय ने आज (10 मार्च 2021) पूर्वोत्तर दिल्ली (Northeast Delhi Riots) में हुए दंगों से जुड़े आंकड़े सदन पटल पर रखे। गृह मंत्रालय के मुताबिक इस प्रकरण के दौरान 755 एफआईआर, 1829 गिरफ्तारियां और 353 मामले दर्ज हुए। गृह राज्य मंत्री जी किशन रेड्डी ने राज्यसभा में बताया कि, लगभग 755 प्राथमिकी दर्ज की गई थीं, जिसमें से 62 जघन्य मामलों (Heinous affairs) की जांच अपराध शाखा की विशेष जांच टीमों द्वारा की गई थी।
गृह राज्य मंत्री ने कहा कि, दिल्ली पुलिस के मुताबिक दंगे के पीछे की आपराधिक साजिश का खुलासा करने के लिए स्पेशल सेल ने एक मामले और बाकी के 692 मामलों की जांच नॉर्थ-ईस्ट डिस्ट्रिक्ट पुलिस ने की है। इस दौरान 1829 लोगों को गिरफ्तार किया गया। 353 मामलों में ज्युडिशियल ट्रायल (Judicial trial) के लिए चार्जशीट माननीय न्यायालय में दाखिल की गयी।
रेड्डी ने राज्यसभा सदन में सांसदों के अवगत करते हुए बताया कि, सभी मामलों में कथित आरोपियों की छानबीन और दोषियों की पहचान के बारे में नयी हाइटेक वैज्ञानिक तकनीकों की मदद ली गयी। जांच को पुख़्ता तथ्यों और सबूतों की बुनियाद पर आगे बढ़ाया गया। गौरतलब है कि 24 फरवरी 2020 को पूर्वोत्तर दिल्ली में नागरिकता कानून के समर्थकों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों के बाद दंगों की सूचना मिली थी। उस दौरान हालात काबू से बाहर हो गये थे। दिल्ली पुलिस के रिकॉर्ड के मुताबिक दंगों के दौरान हुई हिंसा में कम से कम 53 लोगों की मौत हो गयी और संपत्तियों भारी नुकसान पहुँचा था।