टेक डेस्क (गौरांग यदुवंशी): मैसेजिंग ऐप वॉट्सऐप (WhatsApp) अब लोगों की आम ज़िन्दगी का हिस्सा बन चुका है। जब से फेसबुक ने इसकी हिस्सेदारी को अधिग्रहीत किया है, तब से वॉट्सऐप में लगातार अपग्रेड किये जा रहे है। हाल ही में इस ऐप के इस्तेमाल से ऑनलाइन ट्रांसजेक्शन (Online transaction) की सुविधा भी आम लोगों की मुहैया करवा दी गयी है। इसी बात को भांपते हुए स्टार्टअप कंपनी Railofy ने आम लोगों को बड़ी राहत पहुँचाते हुए, एक नयी शुरूआत की है। इसकी मदद से रेलयात्रियों को काफी मदद मिलेगी।
वॉट्सऐप का इस्तेमाल करते हुए अब लोग रियल टाइम पीएनआर स्टेट्स, लाइव स्टेशन अलर्ट और सीट कंर्फेमेशन जैसी तमाम अहम जानकारियां हासिल कर सकेगें। इसके साथ ही किसी ट्रेन की यात्रा का कुल समय, वेटिंग लिस्ट स्टेट्स, रूट डायवर्ट, ट्रेन लेट, अपकमिंग स्टेशन, ट्रेन ठहराव का वक़्त और ऑल्टरनेटिव ट्रेन (Alternative train) की जानकारी भी आम लोगों की पहुँच में होगी, जिसके लिए कंपनी वॉट्सऐप के इंटरेक्टिव प्लेटफॉर्म का इस्तेमाल करेगी। इस सुविधा का फायदा उठाने के लिए यूजर को Railofy का नंबर 9881193322 अपने फोन में सेव कर 10 अंकों को पीएनआर नंबर सेंड करना होगा।
हालांकि भारतीय रेलवे की ओर से ये सभी जानकारियां IRCTC, CRIS और NTES द्वारा मुहैया करवायी जाती है, लेकिन कभी-कभी सर्वर डाउन (server down) होने के कारण जरूरी सूचनायें यात्रियों तक पहुँचने में बाधा हो जाती है। Railofy लगभग तक जरूरी सूचनायें जो आम यात्रियों के लिए जरूरी होती है, उन्हें इंटीग्रेटिड कर एक मैसेज में पहुँचायेगी। कंपनी की ओर से तयशुदा समय पर सभी सूचनाओं को अपडेट भी किया जायेगा, ताकि घर से निकलते समय सभी यात्री अपनी यात्रा को लेकर आश्वास्त और पूर्ण रूप से सूचित रहे।
इस सुविधा को वॉट्सऐप पर लॉन्च करने से पहले कंपनी ने तमाम तरह की ज़मीनी रिसर्च किया। कंपनी के मुताबिक हर महीने तकरीबन 60 लाख रेलयात्री सर्च इंजन गूगल पर ट्रेन से जुड़ी जानकारियां खंगालते है। जिसका उन्हें मुनासिब़ ज़वाब हासिल नहीं हो पाता है। इन हालातों को ही बुनियाद बनाकर कंपनी ने इस स्टार्ट-अप (Start-up) की नींव रखी है। कंपनी रेलवे द्वारा दी जा रही विकल्प योजना का भी फायदा यूजर को पहुँचायेगी, जिसमें किसी खास रूट पर वास्तविक ट्रेन टिकट की कीमत पर उसी रूट की दूसरी ट्रेन में टिकट यूजर को मुहैया करवाया जायेगा। कुल मिलाकर इससे यूजर को सीधा फायदा और राहत मिलनी तय है। Railofy कहीं ना कहीं क्लियर ट्रिप, मेक माय ट्रिप जैसी कंपनियों के लिए बड़ी चुनौती साबित हो सकता है।